NEET Paper Leak 2024: नीट घोटाले की पूरी कहानी… कैसे घोटाले के घेरे में आए तेजस्वी यादव; प्रीतम, प्रदीप कुमार और सिकंदर का क्या है कनेक्शन ?

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NEET Paper Leak 2024: बिहार में नेशनल इलिगिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) के घोटाले का खुलासा हुआ, जिसमें विपक्षी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के प्राइवेट सेक्रेटरी प्रीतम का नाम सामने आया है। यह घोटाला पटना के एक सरकारी गेस्ट हाउस से जुड़ा है, जहां प्रदीप कुमार नामक केयर टेकर के रूप में रहते हुए गेस्ट हाउस के कमरे की बुकिंग में गतिविधियों में शामिल थे। चलिए समझते हैं कि घोटाले के घेरे में तेजस्वी यादव का नाम कहां से आया ? इस पूरे मामले को समझने के लिए प्रीतम, प्रदीप कुमार और सिकंदर के बीच जुड़े कनेक्शन की इस कड़ी को समझना होगा।

बता दें कि इस पूरे मामले में प्रदीप कुमार उस गेस्ट हाउस का केयर टेकर है, जिसके तार नीट घोटाले से जुड़े हुए पाए जा रहे हैं। इस पूरे मामले में वैसे से कई नाम सामने आ रहे हैं, लेकिन प्रीतम, प्रदीप कुमार, सिकंदर यादवेंदु और अनुराग ये चार नाम ऐसे हैं, जो इस घोटाले में फिलहाल मुख्य भूमिका में नजर आ रहे हैं।

कौन है अनुराग, सिकंदर, प्रीतम और प्रदीप?

अनुराग नाम का एक अभ्यर्थी है जिसने NEET की परीक्षा दी। उसी अनुराग का फूफा है सिकंदर यादवेंदु, जो है तो एक सरकारी कर्मचारी। लेकिन घोटाले की पूरी साजिश के सूत्रधारों में इसका नाम जुड़ा है। आरोप है कि इसी ने प्रीतम नाम के शख्स से गेस्ट हाउस के कमरे के लिए बात की थी और आरोप है कि ये प्रीतम कोई और नहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के प्राइवेट सेक्रेटरी है। वहीं दावे के मुताबिक प्रीतम ने गेस्ट हाउस का कमरा बुक करने के लिए केयर टेकर प्रदीप को फोन किया था। ये वही प्रदीप है, जो पटना एयरपोर्ट के सामने के सरकारी गेस्ट हाउस का केयरटेकर हैं। इसने 4 और 5 मई के लिए गेस्ट हाउस का कमरा बुक किया, जिसमें अभ्यर्थी अनुराग ठहरा था।

मामले में तेजस्वी यादव का नाम कैसे आया?

इस मामले को लेकर बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की और दावा किया है कि, “पथ निर्माण विभाग के पदाधिकारी गेस्ट हाउस को देखते हैं। हमने जानकारी प्राप्त की है कि गेस्ट हाउस में जो लोग ठहरे थे उसके बारे में जानकारी आयी है कि 1 मई को तेजस्वी यादव के PS प्रीतम के मोबाइल से रात्रि 9.07 बजे NHAI गेस्ट हाउस के अधिकारी प्रदीप कुमार के नंबर पर रूम बुक करने के लिए फोन आया था। फिर 4 मई को सुबह प्रदीप कुमार के मोबाइल पर कमरे की बुकिंग के लिए फोन किया गया “

डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने तेजस्वी के पीएस प्रीतम और गेस्ट हाउस के कर्मचारियों के कॉल डिटेल और व्हाटसएप मैसेज की जानकारी मीडिया से साझा की। यही कारण है कि विजय सिन्हा इस मामले में तेजस्वी यादव का नाम लेकर उन्हें घेर रहे हैं। फिलहाल शुरुआती जांच के बाद केयर टेकर प्रदीप सहित तीन लोगों को निलंबित कर दिया गया है। अब जैसे-जैसे घोटाले का पॉलिटिकल एंगल सामने आ रहा है वैसे-वैसे बीजेपी के नेता तेजस्वी यादव पर जुबानी हमला तेज कर रहे हैं, गिरिराज सिंह ने भी तेजस्वी का नाम लिया है।

कौन हैं सिकंदर यादवेंदु ?

समस्तीपुर का रहने वाला सिकंदर यादवेंदु पटना जिले के दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात था। दावा किया जा रहा है कि दानापुर में ही नीट परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक कराने की प्लानिंग हुई थी। यहीं पर पूरे फर्जीवाड़े की साजिश रची गई थी। और यहीं पर सिकंदर से उन लोगों की मुलाकात हुई थी, जो पेपर लीक के धंधे के पेशेवर हैं। सिकंदर सहित 13 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। अब जैसे-जैसे घोटाले की परत खुल रही है वैसे-वैसे नई जानकारियां सामने आ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिकंदर सरकारी नौकरी करने से पहले रांची में ठेकेदारी करता था ।

इस मामले पर RJD ने दी सफाई

फिलहाल बिहार पुलिस और EOU इस पूरे मामले की जांच में जुट चुकी है। साथ ही केंद्र ने भी बिहार से पूरी रिपोर्ट मांगी है। आरजेडी ने कहा है कि शिक्षा मंत्री के फेलियोर से ध्यान हटाने के लिए गेस्ट हाउस का एंगल निकाला गया है।