अमृतसर/पंजाब: बीते दिनों मणिपुर में दो लड़कियों को भीड़ द्वारा नग्न घुमाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस घटना ने पूरे देश को शर्मसार करके रख दिया, जिसके बाद पूरे देश इस घटना को लेकर जनता में काफी आक्रोश है।
हर कोई आरोपियों की फांसी की मांग कर रहा है। वहीं, इस घटना को लेकर लोकगीत अनुसंधान अकादमी और होर वाख के नेताओं ने अमृतसर के भंडारी ब्रिज पर विरोध प्रदर्शन किया और इस दंगे को राज्य योजना दंगा बताया और केंद्र सरकार और आरएसएस पर निशाना साधा।
संगठनों ने RSS और केंद्र पर साधा निशाना
ऑल इंडिया डोमेस्टिक वर्कर्स की अध्यक्ष कामरेड जसविंदर कौर और लोकगीत अनुसंधान अकादमी के अध्यक्ष रमेश यादव ने इस मामले पर बात करते हुए कहा कि, मणिपुर की घटना एक राज्य योजना दंगा था।
जिसमें दो महिलाओं को पुलिस हिरासत से छीन लिया गया और उनके कपड़े उतार दिए गए। बाकी कोई नई बात नहीं है उन्होंने कहा कि दलितों को यहां से जाने का अधिकार नहीं दिया जा रहा है क्योंकि आरएसएस का एजेंडा दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं का शोषण करना है।
बता दें, मणिपुर का मुद्दा देश में लगातार गरमाता जा रहा है। विपक्षी पार्टियां रोजाना केंद्र और मणिपुर सरकार पर जमकर हमला कर रही हैं। इस घटना को लेकर संसद में रोजाना जोरदार हंगामा देखने को मिल रहा है।
जिसके चलते संसद कारवाई सही नहीं चल पा रही है जहां एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार मणिपुर पर चर्चा करने को तैयार है तो वहीं, विपक्ष मोदी से संसद में इस जवाब मांग रहा है।
रिपोर्ट- सलोनी गिल