Flood in Assam: असम में बाढ़ से हालात खराब, ब्रह्मपुत्र नदी ने खतरे के निशान को किया पार

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Flood in Assam: असम में बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई है, जिसमें दो और लोगों की जान चली गई और 12 जिलों में करीब तीन लाख से अधिक लोग बाढ़ की चपेट में हैं। ब्रह्मपुत्र सहित पांच प्रमुख नदियां खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं।

धेमाजी में दो मौतों की सूचना

केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अपने लोकसभा क्षेत्र डिब्रूगढ़ में स्थिति की समीक्षा की, जो गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है, खासकर डिब्रूगढ़ जिला मुख्यालय शहर पिछले कई दिनों से पानी में डूबा हुआ है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा है कि धेमाजी में दो मौतों की सूचना मिली है, जिससे इस साल बाढ़, तूफान और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 44 हो गई है।

तीन लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित

कामरूप, करीमगंज, तिनसुकिया, गोलाघाट, धेमाजी, माजुली, कछार, लखीमपुर, डिब्रूगढ़, शिवसागर, कोकराझार और जोरहाट जिलों में कुल मिलाकर करीब तीन लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। अबतक 40 से ज्यादा राजस्व मंडल और 700 से अधिक गांव प्रभावित हुए है।

धेमाजी सबसे अधिक प्रभावित जिला

धेमाजी सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 69,252 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, और तिनसुकिया में 45,281 लोग प्रभावित हैं। राज्य में बाढ़ से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं और स्थानीय प्रशासन सहित विभिन्न एजेंसियों द्वारा बचाव अभियान चला रही है।

बढ़ा ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर

धेमाजी में नावों से करीब 400, तिनसुकिया में 40 और डिब्रूगढ़ में तीन लोगों को बचाया गया है। वहीं, 1,150 जानवरों को बचाने के लिए नावों का भी इस्तेमाल किया गया। ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर बढ़ने से जोरहाट निमिति घाट और गौबाहाटी
के नांव यातायात फेरिसेबा बन्द कर दिया है।

लेखक: रंजना कुमारी