नई दिल्ली/डेस्क: “मैंने अपना गर्भाशय खोया, बेघर हो गई” ये कहना है टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा। दरअसल, तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा का दर्द तब छलक उठा जब वह लोकसभा सत्र 2024 में स्पीच दे रही थीं। उन्होंने अपनी स्पीच में जहां एक तरफ सरकार पर जमकर निशाना साधा साथ ही उन्होंने अपने साथ हुए अन्याय का जिक्र करते हुए कहा, मैंने अपनी संसद सदस्यता ही नहीं गंवाई है बल्कि मुझे अपना दिल्ली में बना घर, अपना गर्भाशय तक खोना पड़ा, मां बनने का सुख छिन गया। लेकिन आपको पता है कि मुझे इससे क्या मिला? मुझे डर से छुटकारा मिला। मैं बीजेपी और केंद्र सरकार से नहीं डरती। उनकी ED-CBI, इनकम टैक्स, ट्रोलिंग अब नहीं डरा सकते।
“आदरणीय प्रधानमंत्री सर, आप ये भी सुनते जाइए डरिए मत”
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री सर, आप यहां एक घंटे से बैठे हैं, आप ये भी सुनते जाइए। डरिए मत, दो बार आ गए सर। आप चुनाव प्रचार के दौरान दो बार मेरे इलाके में आए, लेकिन मेरी नहीं सुनी। कोई नहीं ये मेरा दुर्भाग्य है।” दरअसर जब महुआ मोइत्रा लोकसभा में बोलने के लिए खड़ी हुईं थी तब उस समय पीएम मोदी उठकर बाहर जाने लगे थे।
क्या है “कैश-फॉर-क्वेरी” मामला?
दिसंबर 2023 में, महुआ मोइत्रा को “कैश-फॉर-क्वेरी” घोटाले में शामिल होने के कारण लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था। आचार समिति ने निर्धारित किया कि उन्होंने मोदी सरकार की जांच करने के उद्देश्य से संसद में विशिष्ट प्रश्न पूछने के बदले में एक व्यवसायी से उपहार और धन स्वीकार किया था। इसे संसदीय विशेषाधिकार और नैतिक आचरण का महत्वपूर्ण उल्लंघन माना गया।
लेखक-प्रियंका लाल