Interstate security review meet: गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में एक उच्च स्तरीय अंतरराज्यीय सुरक्षा समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें वरिष्ठ बीएसएफ और पुलिस अधिकारी शामिल हुए। यह बैठक उस समय आयोजित की गई, जब हाल ही में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार से घुसपैठ कर आए आतंकवादियों ने सेना के गश्ती दल पर हमला किया था।
बैठक में क्या हुआ?
बैठक में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आर.आर. स्वैन, पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव, बीएसएफ के विशेष महानिदेशक (पश्चिमी कमान) वाई.बी. खुरानिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस बैठक में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा ग्रिड की समीक्षा की गई और किसी भी तरह की खामी को दूर करने के उपायों पर चर्चा की गई।
अधिकारियों ने बताया कि बैठक में जम्मू-कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) विजय कुमार, पंजाब के एडीजी (कानून व्यवस्था) अर्पित शुक्ला और पंजाब तथा जम्मू के बीएसएफ के महानिरीक्षक रैंक के अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक में सीमा सुरक्षा के साथ-साथ हाल के आतंकवादी हमलों और घुसपैठ की घटनाओं पर भी चर्चा की गई।
सोमवार को कठुआ जिले के बदनोटा गांव के पास मचेड़ी-किंडली-मल्हार पर्वतीय मार्ग पर आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर गोलीबारी की थी, जिसमें एक जूनियर कमीशंड अधिकारी समेत पांच सैन्यकर्मी शहीद हो गए और इतने ही घायल हो गए। माना जा रहा है कि आतंकवादी अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिए सफलतापूर्वक घुसपैठ कर मछेड़ी के घने जंगलों तक पहुंचने में सफल रहे हैं। यह क्षेत्र उधमपुर के बसंतगढ़ और डोडा जिले के भद्रवाह को जोड़ता है और अतीत में भी आतंकवादियों ने इस मार्ग का इस्तेमाल किया है।
गुरुवार को चौथे दिन भी आतंकवादियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें अब तक 50 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। यह बैठक सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय और सूचना साझाकरण को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।