Guru Purnima: गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गंगा नदी में पवित्र डुबकी लगाने के लिए घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे हैं। बहुत से श्रद्धालु सुबह से ही घाटों में आना शुरू हो गए थे और उन्होंने आस्था की डुबकी लगाई।
गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा और वेद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है और हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। आज यह पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है।
बता दें कि इस मौके पर हरिद्वार से लेकर यूपी के कई पवित्र गंगा के घाटों पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
गुरु पूर्णिमा का महत्व गुरु और शिष्य के पवित्र संबंध का प्रतीक है। इस दिन, शिष्य अपने गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उनके ज्ञान और मार्गदर्शन के लिए उनका सम्मान करते हैं। यह पर्व भारत में अपने आध्यात्मिक गुरु के साथ-साथ अकादमिक गुरुओं के सम्मान में उनके प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए मनाया जाता है।
गंगा घाटों पर उमड़े श्रद्धालुओं ने सुबह से ही डुबकी लगाना शुरू कर दिया था। सभी ने अपनी आस्था और श्रद्धा के साथ गंगा स्नान किया और अपने गुरुओं को नमन किया। घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे और प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष व्यवस्था की थी।