उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ रूट पर स्थित सभी दुकानों, रेस्टोरेंट, होटलों, ढाबों, और ठेलों पर मालिक का असली नाम लगाने के आदेश को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। अब इस मुद्दे में योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
बाबा रामदेव का समर्थन
बाबा रामदेव ने कहा, “पूरी दुनिया की नजर भारत पर है। रामदेव को अपनी पहचान बताने में कोई दिक्कत नहीं है तो रहमान को क्यों होनी चाहिए? हिंदू और मुसलमान सभी को अपनी पहचान बतानी चाहिए। हमारे ईश्वर एक हैं, किसी को अपनी पहचान बताने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए।”
विरोध के पीछे राजनीति
बाबा रामदेव ने सीएम योगी आदित्यनाथ के इस फैसले को लेकर हो रहे विरोध पर भी खुलकर बात की। उन्होंने कहा, “इस फैसले के विरोध के पीछे राजनीति है। विरोध तो मोदी जी का भी हो रहा है। विरोधी कहते हैं कि उनसे संविधान को खतरा है।”
विवाद की शुरुआत
इस पूरे विवाद की शुरुआत यूपी सरकार के उस आदेश से हुई, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ रूट पर स्थित सभी दुकानों, रेस्टोरेंट, होटलों, ढाबों, और ठेलों को आदेश दिया कि वे अपना नाम अपनी दुकान के आगे लिखें। इससे कांवड़ यात्रा करने वाले यह जान सकें कि वे किस दुकान से सामान खरीद रहे हैं। दुकान के मालिक के लिए अपनी पहचान बताना भी अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा, रेट लिस्ट लगाने को भी कहा गया है।
इस मुद्दे पर बाबा रामदेव के बयान के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का आगे क्या रुख होगा।