Indian Rail Accident: भारतीय रेल दुनिया की सबसे बड़ी रेल नेटवर्क में से एक हैं जहां रोजाना करोड़ो लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए रेल का इस्तेमाल करते हैं। कभी कभी वही रेल लोगों के जान का दुश्मन बन जाती है। भारत में आज़ादी के बाद से कई बड़े बड़े रेल हादसे हुए है जिसमें न जाने कितने लाखों लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है। हालिया दिनों में भी यह घटना कम होने का नाम नहीं ले रही है पिछले चार दिनों में तीन रेल दुर्घटनाएं देशभर से सामने आई है।
कवच सिस्टम के बाद भी नहीं थम रहें हादसे
भारतीय रेलवे की सुरक्षा के लिए कवच एक स्वदेशी तकनीक अपनाई है। इसे रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन ने भारतीय उद्योग के सहयोग से विकसित किया है। इसे ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम भी कहा जाता है. कवच के जरिए दो ट्रेनों की टक्कर को रोकना है. अगर ट्रेन का ड्राइवर किसी वजह से ट्रेन को कंट्रोल नहीं कर पाता है तो यह ऑटोमैटिक रूप से ट्रेन ब्रेकिंग सिस्टम को ऑन कर देता है। लेकिन सवाल ये है कि इतना कुछ होने के बाद भी रेल हादसे नहीं रुक रहें हैं।
बिहार में हुआ है अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा
भारत में सबसे भयानक रेल हादसों में से एक था बिहार रेल हादसा। बिहार में 6 जून 1981 के दिन बिहार के सहरसा के करीब बागमती नदी पर बने पुल पर ट्रेन बेपटरी हो गई थी जिसमें करीब करीब 800 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। बताया जाता है कि ट्रेन की कई बोगियां बागमती नदी के तेज बहाव में बह गई थी कइयों के शव आज तक नहीं मिल पाएं हैं।
साउथ में हुआ था भयावह रेल हादसा
02 जून 2023 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच ट्रेन दुर्घटना हुई थी। इस हादसे में कम से कम 233 लोग मारे गए थे। वहीं 900 से अधिक लोग घायल हुए थे। आजादी के बाद से अबतक की सबसे घातक दुर्घटनाओं में से एक यह हादसा बताया जाता है।
फिरोजाबाद के पास टकराई थी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस
20 अगस्त 1995 को फिरोजाबाद के पास एक दुर्घटना घटी जिसमें पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और कालिंदी एक्सप्रेस नामक दो ट्रेनें टकराईं। इस हादसे में मरने वालों की संख्या 305 के करीब थी और कई अन्य घायल हो गए। यह एक गंभीर रेल दुर्घटना थी जिसने लोगों के जीवन में दुख और शोक का समय लाया था। इसे भी भारत का सबसे भयानक रेल हादसों में से एक माना जाता है।
कटिहार के आस पास टकराई थी ब्रह्मपुत्र मेल, 285 लोगों की गयीं थी जान
ब्रह्मपुत्र मेल उत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार मंडल के गैसल स्टेशन पर अवध असम एक्सप्रेस और ब्रह्मपुत्र मेल ट्रेनों की एक टक्कर हो गई है। यह घटना गंभीर है और इसमें कई यात्री घायल हो गए हैं। स्थानीय प्राधिकरणों और रेलवे अधिकारियों ने समय रहते इसकी जांच शुरू कर दी थी । जिसमें 285 लोग मारे गए और 300 के करीब घायल हुए थे।
बालासोर में गई थी 292 लोगों की जान
बालासोर, ओडिशा में एक रेलवे स्टेशन के पास एक भयानक रेल हादसा हो गया था । इस हादसे में बालासोर एक्सप्रेस और एक अन्य ट्रेन की टक्कर हो गई है। जानकारी के मुताबिक इस हादसे में करीब करीब 292 लोगों की जान चली गई थी। यह पिछले कुछ सालों में घटित सबसे बड़ी रेल घटनाओं में से एक था। इस रेल हादसे के बाद रेल रूट बुरी तरह से उस रेखंड पर प्रभावित हुई थी।
लेखक – आयुष राज