दिल्ली में कोचिंग संस्थानों की लापरवाही: राजेंद्र नगर हादसे ने खोला काले सच का पर्दा

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दिल्ली की राजेंद्र नगर में हाल ही में हुए दिल दहलाने वाले हादसे ने एक बार फिर शहर की कोचिंग संस्थानों की लापरवाही की पोल खोल दी है। इस हादसे में तीन छात्रों की जान गई, जिन्होंने अपने उज्जवल भविष्य के लिए IAS की तैयारी की थी। इस घटना ने दिल्ली नगर निगम (MCD) को कड़ी कार्रवाई के लिए मजबूर किया है, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या यह कार्रवाई देर से उठाया गया कदम है?

MCD की कार्रवाई: 13 कोचिंग संस्थानों पर गिरी गाज

राजेंद्र नगर में हुए हादसे के बाद MCD ने उन कोचिंग संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई की है, जिनमें सुरक्षा मानकों का उल्लंघन पाया गया है। अब तक 13 कोचिंग संस्थानों पर गाज गिरी है और उनके बेसमेंट को सील कर दिया गया है। जिन संस्थानों पर कार्रवाई की गई है, उनमें प्रमुख हैं:

  • IAS गुरुकुल
  • चहल एकेडमी
  • प्लुटुस एकेडमी
  • IAS सेतु
  • टॉपर्स एकेडमी
  • दैनिक संवाद
  • सिविल्स डेली IAS
  • कैरियर पावर
  • नाइन्टी नाइन नोट्स
  • विद्या गुरु
  • गाइडेंस IAS
  • ईजी फॉर IAS

राजनीतिक विवाद: सियासत में उठे सवाल

इस हादसे ने राजनीतिक हलकों में भी तूफान मचा दिया है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार के खिलाफ भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इसे आपराधिक लापरवाही करार देते हुए दिल्ली सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अगर समय पर जलभराव और नालों की सफाई पर ध्यान दिया गया होता, तो यह दुर्घटना टाली जा सकती थी।

इसके अलावा, नई दिल्ली से भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया और दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना है कि यह वारदात दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही का नतीजा है।

हादसों की लंबी फेहरिस्त: क्या कोई सबक सीखा जाएगा?

दिल्ली में यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह के हादसे हुए हैं। राजधानी में ऐसे हादसों की लंबी सूची है, जिनमें कई छात्रों और आम लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से कुछ प्रमुख हादसे निम्नलिखित हैं:

  • 25 जनवरी 2020: भजनपुरा में कोचिंग सेंटर की छतें गिर गईं, जिसमें 5 लोगों की मौत और 13 लोग घायल हुए।
  • 15 जून 2023: मुखर्जी नगर में एक कोचिंग सेंटर में आग लगने से 61 लोग घायल हुए।
  • 22 जुलाई 2024: पटेल नगर में IAS की तैयारी करने वाले छात्र की करंट से मौत।
  • 29 जून 2024: समयपुर बादली के सिरसापुर अंडरपास में बारिश का पानी भरने से दो लड़कों की मौत।
  • 28 जून 2024: ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के अंडरपास में पानी में डूबने से बुजुर्ग की मौत।
  • 27 जुलाई 2024: राजेंद्र नगर में कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने से 3 छात्रों की मौत।

दिल्ली के प्रशासनिक ढांचे पर सवाल

दिल्ली देश की राजधानी है और यहां देशभर के छात्र IAS की तैयारी के लिए आते हैं। इस लिहाज से दिल्ली में कोचिंग संस्थानों की लापरवाही बेहद चिंता की बात है। यहां प्रशासन, भारत सरकार, दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम जैसी संवैधानिक संस्थाएं हैं, लेकिन इनकी निष्क्रियता और लापरवाही के कारण ऐसे हादसे होते रहते हैं।

सभी संबंधित अधिकारी एक-दूसरे पर आरोप लगाने में लगे हैं, लेकिन सवाल यह है कि इन घटनाओं के बाद जिम्मेदारी कौन लेगा? क्या पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा? फिलहाल, पूरे देश को इन सवालों के जवाब का इंतजार है।

आखिरकार, कौन देगा जवाब?

राजेंद्र नगर हादसे ने कई सवाल खड़े किए हैं:

  • स्टोर रूम बताकर लाइब्रेरी कैसे बनाई गई?
  • बेसमेंट में ड्रेनेज सिस्टम क्यों नहीं था?
  • बेसमेंट में इतना पानी कैसे भर गया?
  • हादसे के वक्त मदद क्यों नहीं पहुंची?

इन सवालों के जवाब का इंतजार करना अब लोगों की जिम्मेदारी है। क्या दिल्ली की कोचिंग संस्थानों की लापरवाही पर ठोस कदम उठाए जाएंगे या यह सिर्फ एक और मामले की तरह निपट जाएगा? पूरे देश को इन सवालों के जवाब की प्रतीक्षा है।

निशांत कुमार, न्यूज़ इंडिया