Delhi Shelter Home News: राष्ट्रीय महिला आयोग(NCW) की एक टीम दिल्ली के रोहिणी स्थित ‘आशा किरण’ नामक मानसिक रूप से विकलांगों के लिए बनाए गए सरकारी गृह पहुंची। यहां पर जनवरी 2024 से अब तक 14 मौतों के मामले सामने आए हैं। इस संबंध में दिल्ली की मंत्री आतिशी ने एसीएस राजस्व को तुरंत पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने और 48 घंटे के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा-
आशा किरण शेल्टर होम मामले पर राष्ट्रीय महिला आयोग(NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा, “पानी दूषित है। फिल्टर लगाए नहीं गए हैं। अधिकांश मौतें डायरिया से हुई है। जहां पर केवल 250 महिलाओं के रहने की जगह है वहां पर 495 लोग रह रहे हैं। इतनी मौतें होने के बाद कुछ लोगों को निकाला गया है। पिछले 2 महीने से यहां शौचालय नहीं हैं। केवल 100 लोगों के लिए शौचालय हैं जिसे लगभग 500 लोग इस्तेमाल कर रहे हैं।”
“आप सोच सकते हैं कि कितनी बड़ी लापरवाही है। यहां की जो कर्ता-धर्ता CMO हैं उनका कहना है कि उन्होंने इन समस्याओं को लेकर एक चिट्ठी लिखी थी लेकिन उसका सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया। आने-जाने के लिए कोई रजिस्टर मेंटेन नहीं किया गया है। जो भी कार्यकर्ता हैं उन्हें पूरी तरह से प्रशिक्षित नहीं किया गया है उन्हें बस नौकरी पर रख लिया गया है।”
भुखमरी से भी बच्चे मर रहे हैं
उन्होंने आगे कहा, “खाने में फंगल लगा हुआ है। पुरानी दाल और रोटी खाने के लिए दी जा रही है। वहीं मेन्यू में देखें तो मटर-पनीर, चावल, दाल, दही सब दिखाई दे रहा है लेकिन बच्चों को कुछ नहीं मिल रहा है। भुखमरी से भी बच्चे मर रहे हैं।”
AAP नेता आतिशी ने दिए जांच के आदेश
आशा किरण शेल्टर होम मामले पर दिल्ली सरकार में मंत्री अतिशी ने कहा, “आशा किरण होम में 24/7 मेडिकल केयर यूनिट हैं, जिसमें 6 डॉक्टर्स और 17 नर्स हैं। वहां पर हर समय 450 केयर गिवर्स हैं जिन्हें हाउस आंटी के रूप में जाना जाता है।जुलाई के महीने में आशा किरण होम में 14 मौतें हुई हैं जिसमें से 13 व्यस्क हैं और 1 नाबालिग है।”
“1 महीनें में 14 मौतें होना बहुत गंभीर मामला है। एक मजिस्ट्रियल जांच बैठाई गई है। जिसकी प्रारंभिक रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर आएगी। यदि जांच में किसी भी अफसर की लापरवाही सामने आती है तो उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। मैं दिल्ली के लोगों को ये आश्वासन देना चाहती हूं कि अगर इनमें से कोई भी मौतें टालने योग्य कारण या लापरवाही से हुई हैं तो किसी भी अफसर को बख्शा नहीं जाएगा। सरकार खुद पुलिस कार्रवाई बैठाएगी।”
यह भी पढ़ें: Rahul Gandhi: वायनाड में कांग्रेस बनाएगी 100 से अधिक घर, राहुल गांधी ने लिया संकल्प