“काकोरी प्रतिरोध की घटना युवाओं को सदैव प्रेरित करती रहेगी”- केन्द्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत

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Kakori conspiracy
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Kakori conspiracy: काकोरी में क्रांतिकारियों के प्रतिरोध की घटना युवाओं को सदैव प्रेरणा देती रहेगी। ये विचार केन्द्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांस्टीट्यूशन क्लब दिल्ली में आयोजित काकोरी प्रतिरोध शताब्दी वर्ष समारोह श्रृंखला (Kakori conspiracy) के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कही। सभ्यता अध्ययन केंद्र द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में केन्द्रीय संस्कृति मंत्री ने कहा कि भारत में जानबूझकर ऐसे प्रयास किए गए कि भारतीय इतिहास को कितना छुपाया जाय। हम इतिहास को जानने का प्रयास करेंगे तो पता चलता है भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के दौरान लखनऊ के निकट काकोरी में क्रांतिकारियों ने स्वयं सक्षम होने और सहारनपुर से लखनऊ जाने वाली रेलगाड़ी में काकोरी में अंग्रेजी सरकार को आर्थिक हानि पहुंचाने के उद्देश्य से चलती ट्रेन में सरकारी ख़ज़ाने को लूटा था।

काकोरी प्रतिरोध शताब्दी वर्ष समारोह” की शुरुआत

सभ्यता अध्ययन केंद्र दिल्ली ने स्वाधीनता आंदोलन की इस घटना के सौ वर्ष होने पर 8 अगस्त को “काकोरी प्रतिरोध शताब्दी वर्ष समारोह” की शुरुआत की, जिसके तहत कांस्टीट्यूशन क्लब एनेक्सी के डिप्टी स्पीकर हॉल एक में “काकोरी विमर्श” का सत्र रखा गया। इस अवसर पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रकाश चंद्र शर्मा भी मौजूद थे। इस विमर्श के मुख्य वक्ता डॉ. आनंदवर्धन, डिप्टी डीन (एकेडमिक) डॉ. बी आर अंबेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली तथा अध्यक्ष म्यूजियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया थे।

उन्होंने भारत के इतिहास के विद्रोही आंदोलन पर अनेक घटनाओं का जिक्र किया और बताया कि काकोरी कांड में रामप्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाक उल्ला खान, राजेंद्र लाहिड़ी, शचींद्रनाथ सान्याल, चंद्रशेखर आजाद, योगेश चंद्र चटर्जी, ठाकुर रोशन सिंह, सूर्य सेन और अन्य क्रांतिकारी शामिल थे। कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि के रूप में रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ, सेवानिवृत्त आईपीएस व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ सतपाल मलिक भी उपस्थित रहे। समारोह में अन्य वक्ताओं में भी अपने विचार रखे। सभ्यता अध्ययन केंद्र के निदेशक रविशंकर ने बताया कि क्रांतिकारी वीरों के योगदान को पूरे देश में फैलने के लिए वर्षभर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।