नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में कई बार समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने अपने नाम को लेकर मुद्दा बनाया है, लेकिन इस बार वह जया अमिताभ बच्चा बुलाने पर सीधे सभापति जगदीप धनखड़ के भिड़ गईं, जिसके बाद दोनों के बीच सदन में तीखी नोकझोंक देखने को मिली है। इस तीखी बहस के बाद सदन में जोरदार हंगामा हुआ और विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। जया बच्चन ने सभापति धनखड़ की टोन पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह एक कलाकार हैं और बॉडी लैंगुएज और एक्सप्रेशन समझती हैं। उन्होंने कहा, “मुझे माफ करिएगा, लेकिन आपकी टोन ठीक नहीं है। यह स्वीकार्य नहीं है।”
“आप मेरी टोन… बर्दाश्त नहीं करूंगा…”- सभापति
जया बच्चन की इस टिप्पणी पर सभापति धनखड़ ने कड़ा पलटवार करते हुए कहा, “आपने महान उपलब्धि हासिल की है, आप जानती हैं कि एक एक्टर डायरेक्टर का सब्जेक्ट होता है। आप मेरी टोन पर सवाल उठा रही हैं, इसे बर्दाश्त नहीं करूंगा। आप सेलिब्रिटी हैं।” इस पर विपक्ष की तरफ से विरोध हुआ और कहा गया कि जया बच्चन वरिष्ठ सांसद हैं, उन्हें सेलिब्रिटी कहकर संबोधित करना उचित नहीं है।
“विश्व हमें रिकॉग्नाइज कर रहा है”- सभापति
सभापति ने विपक्ष की नारेबाजी और वॉकआउट पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह साधारण व्यवधान नहीं है। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन से लेकर आपातकाल का जिक्र करते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “आज ये संसद छोड़ गए। विश्व हमें रिकॉग्नाइज कर रहा है। जनता विकास देख रही है और हम विकास यात्रा पर हैं।”
नेता सदन जेपी नड्डा ने भी सभापति का समर्थन करते हुए कहा कि, “सत्ताधारी दल ही नहीं, पूरा देश आपके साथ खड़ा है। जिस तरह का व्यवहार आपके साथ हुआ है, वह गैरजिम्मेदाराना और अशोभनीय है।” उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह देश का विरोध करने में जुटा है और क्षेत्रीय पार्टियों का एजेंडा देश को कमजोर करने का बन गया है।
विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट
राज्यसभा में इस घटना के बाद विपक्षी सदस्यों ने ‘दादागिरी नहीं चलेगी’ के नारे लगाते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। हंगामे के बीच सभापति ने कहा कि विपक्ष चर्चा में शामिल नहीं होना चाहता और अपनी ड्यूटी से वॉकआउट कर रहा है, जो लोकतंत्र का अपमान है।