Wolf Terror in Bahraich: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पल-पल की मॉनीटरिंग और वन विभाग के अधिकारियों की मुस्तैदी से आदमखोर भेड़िया आखिरकार गुरुवार सुबह पकड़ ही लिया गया। आदमखोर भेड़ियों के आतंक से लगभग 35 से अधिक गांवों के ग्रामीण आतंकित थे। वन विभाग के इस प्रयास से बहराइच के स्थानीय लोगों ने चैन की सांस ली है। वन विभाग ने बहराइच से अब तक चार भेड़ियों को पकड़ लिया है। इस खूंखार भेड़िये को गोरखपुर चिड़ियाघर भेजा जाएगा। सीएम योगी ने वन विभाग के अधिकारियों की प्रशंसा की।
भेड़ियों के आंतक से मिली मुक्ति
बहराइच के लगभग 35 से अधिक गांवों में आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर भेड़ियें से गुरुवार की सुबह मुक्ति मिल गई। वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के प्रयास से काफी मशक्कत के बाद इसे पकड़ लिया गया। आदमखोर भेड़िये के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीणों की आंखों में सुकून नजर आया। सभी ने वन विभाग के इस प्रयास की सराहना की।
पैरों के निशान से पकड़ में आया भेड़ियें
वन विभाग ने तीन भेड़ियों को पहले ही पकड़ लिया था। सबसे खूंखार भेड़िया गुरुवार की सुबह पकड़ा गया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) संजय श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार रात 11 बजे थर्मल ड्रोन से इसे ट्रेस किया गया। सुबह पांच बजे के आसपास फिर ड्रोन के जरिए इस पर नजर रखी गई। भेड़िया के पैर के निशान दिख गए, फिर वन विभाग के स्थानीय अधिकारियों की टीम ने तत्काल मुस्तैदी दिखाते हुए सुबह करीब पौने 11 बजे इसे सिसैया गांव के कछार से काफी मशक्कत कर पकड़ लिया। दो अन्य भेड़ियों की तलाश अभी भी जारी है।
गोरखपुर चिड़ियाघर भेजा जाएगा भेड़िया
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) संजय श्रीवास्तव ने बताया कि इस भेड़िया को गोरखपुर के चिड़ियाघर भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि ड्रोन से मैपिंग की गई। बुधवार दिन भर इस पर काम किया गया। इसे निरंतर ट्रैक करने के दौरान गुरुवार सुबह पैर के निशान से इसकी लोकेशन चिह्नित कर ली गई। फिजिको केमिकल इमोबलाइजेशन का सहारा लिया गया। फिर जाल डालकर इसे पकड़ लिया गया।
CM के निर्देश पर पीड़ितों के बीच पहुंचे थे वन मंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वन व पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण सक्सेना, प्रधान मुख्य वन संरक्षक व विभागाध्यक्ष सुधीर कुमार शर्मा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) संजय श्रीवास्तव आदि बुधवार को बहराइच पहुंचे थे। पीड़ितों के बीच गांवों में पहुंचकर उन्हें जागरुक करने के बाद वन मंत्री ने विश्वास दिलाया था कि भेड़िये को पकड़ने के लिए विभाग की टीम पूरी तरह से मुस्तैद है। मुख्यमंत्री स्वयं इस पर नजर रखे हैं। वन मंत्री के पहुंचने के 24 घंटे के भीतर ही इस आदमखोर भेड़िये को पकड़ लिया गया।
काफी मशक्कत के बाद वन विभाग की मेहनत लाई रंग
काफी मशक्कत के बाद वन विभाग की मेहनत रंग लाई। पिछले कई सप्ताह से लगी वन विभाग की टीम का प्रयास रंग लाया। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह लगातार यहां कैंप कर रही थीं। बहराइच के डीएफओ अजीत सिंह, देवीपाटन के वन संरक्षक मनोज सोनकर, इस अभियान के नोडल व बाराबंकी के डीएफओ आकाश बधावन अपनी टीम संग यहां लगातार ऑपरेशन भेड़िया को अंजाम देने के लिए मुस्तैद थे।
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