PM Narendra Modi: “चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं”… शिवाजी की मूर्ति गिरने पर PM मोदी ने मांगी माफी

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PM Narendra Modi: पीएम नरेंद्र मोदी आज यानी शुक्रवार 30 अगस्त को महाराष्ट्र दौरे पर पालघर में वाधवन बंदरगाह की आधारशिला रखी। इस दौरान पीएम मोदी ने लगभग 1,560 करोड़ रुपए के मत्स्य पालन परियोजनीओं का उद्धाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने पर पीएम मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

क्या बोले PM मोदी?

पीएम मोदी ने कहा, “जब 2013 में भाजपा ने मुझे प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया, तो सबसे पहले मैंने रायगढ़ किले में जाकर छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि के सामने बैठकर प्रार्थना की और उनका आशीर्वाद लिया। पिछले दिनों सिंधुदुर्ग में जो कुछ भी हुआ, मेरे और मेरे सभी साथियों के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ एक नाम नहीं हैं, हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे आराध्य देवता हैं। मैं आज अपने आराध्य देव की चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हमारे संस्कार अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो भारत माता के महान सपूत वीर सावरकर को गाली देते रहें, उनका अपमान करते रहें, देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते रहें, और उसके बावजूद माफ़ी मांगने को तैयार न हों। ऐसे महान सपूतों का अपमान करने के बाद जिन्हें पश्चाताप न हो, उनके संस्कार महाराष्ट्र की जनता जान लें।”

“बंदरगाहों का आधुनिकीकरण”

पीएम मोदी ने कहा, “आज महाराष्ट्र की विकास यात्रा में एक ऐतिहासिक दिन है, ये भारत की विकास यात्रा के लिए बहुत बड़ा दिन है। विकसित महाराष्ट्र, विकसित भारत के संकल्प का सबसे अहम हिस्सा है, इसलिए महाराष्ट्र के लिए लगातार बड़े फैसले लिए गए हैं। महाराष्ट्र में विकास के लिए जरूरी सामर्थ्य है, संसाधन हैं, समुद्री तट हैं और इन तटों से अंतरराष्ट्रीय व्यापार का सदियों पुराना इतिहास है और यहां भविष्य की अपार संभावनाएं भी हैं। इन अवसरों का पूरा लाभ महाराष्ट्र को और देश को मिले इसके लिए आज वाढवण पोर्ट की नींव रखी गई है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “पिछले 1 दशक में भारत के समुद्री तट पर विकास ने अभूतपूर्व गति पकड़ी है, हमने बंदरगाहों का आधुनिकीकरण किया है, जलमार्गों का विकास किया है। इस दिशा में लाखों-करोड़ों रुपये का निवेश किया गया है। निजी निवेश भी बढ़ा है। इसका लाभ हमारे युवाओं को मिल रहा है, उन्हें नए अवसर मिल रहे हैं। आज पूरी दुनिया की नजर वाढवण पोर्ट पर है। इससे इस पूरे क्षेत्र की आर्थिक तस्वीर बदल जाएगी।”

महाराष्ट्र का विकास मेरी बहुत बड़ी प्राथमिकता

उन्होंने आगे कहा, “महाराष्ट्र का विकास मेरी बहुत बड़ी प्राथमिकता है। आज भारत की प्रगति में महाराष्ट्र बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है लेकिन यह दुर्भाग्य है कि महाराष्ट्र विरोधी दलों ने आपके विकास पर हमेशा ब्रेक लगाने की कोशिश की। हमारे देश को वर्षों से दुनिया के साथ व्यापार के लिए एक बड़े और आधुनिक पोर्ट की जरूरत थी, इसके लिए महाराष्ट्र का पालघर ही सबसे उपयुक्त जगह है, लेकिन इस प्रोजेक्ट को 60 वर्षों तक लटका कर रखा गया। इतने जरूरी काम को कुछ लोग शुरू नहीं होने दे रहे थे।”

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