ओम माथुर को सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त किए जाने पर वसुंधरा राजे का बयान, कहा- ‘ओम माथुर कुशल घुड़सवार हैं’

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जयपुर/राजस्थान: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने वरिष्ठ भाजपा नेता ओमप्रकाश माथुर को सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने माथुर की योग्यता और उनके राजनीतिक कौशल की प्रशंसा करते हुए कहा कि ओमप्रकाश माथुर ने हमेशा अपनी विनम्रता और स्थिरता बनाए रखी है, चाहे वह कितनी ही ऊंचाई पर क्यों न पहुंचे हों। राजे ने एक सटीक टिप्पणी करते हुए कहा, “कई लोगों को पीतल की लौंग क्या मिल जाती है, वह अपने आप को सराफ समझ बैठते हैं।”

राजे ने माथुर के राजनीतिक कौशल की सराहना करते हुए कहा कि, “चाहत बेशक आसमां छूने की रखो, लेकिन पांव हमेशा जमीं पर रखो।” उन्होंने यह भी कहा कि माथुर के नेतृत्व में भाजपा ने छत्तीसगढ़ में कमल खिलाकर असंभव को संभव किया है, और यह उनके नेतृत्व क्षमता का ही परिणाम है।

‘माथिर एक कुशल घुड़सवार हैं’- वसुंधार राजे

वसुंधरा राजे ने माथुर को एक कुशल घुड़सवार के रूप में वर्णित किया, जिनके पास लगाम खींचने और चाबुक चलाने की अद्वितीय क्षमता है। उन्होंने यह भी कहा कि “गवर्नर Rubber Stamp नहीं, बल्कि Iron fist in a velvet glove होता है।” राजे ने जोर देते हुए कहा कि जैसा घुड़सवार होगा, घोड़ा वैसे ही दौड़ेगा, और ओम माथुर इस संदर्भ में पूरी तरह सक्षम और कुशल हैं।

राजे ने संवैधानिक मुद्दों पर बात करते हुए कहा कि राज्यपाल शक्ति रहित नहीं, बल्कि शक्ति सहित होता है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि राज्यपाल किसी भी विधेयक को रोक सकता है, और अनुच्छेद 356 के तहत राज्यपाल की सिफारिश पर किसी भी बहुमत की सरकार को हटा कर प्रदेश के सभी अधिकार राज्यपाल को मिल जाते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान में यह व्यवस्था की गई है कि जैसे देश में राष्ट्रपति होते हैं, वैसे ही राज्यों में गवर्नर होंगे, जो राज्य के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होते हैं।

राजे के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि ओम माथुर का राज्यपाल पद पर आसीन होना भारतीय जनता पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, और इससे पार्टी को राज्य में एक मजबूत और प्रभावशाली नेतृत्व प्राप्त होगा।