Elara Securities की रिपोर्ट्स में भारत को सुझाव, बिजली की बढ़ती मांग और आपूर्ति संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए सौर ऊर्जा बढ़ाने पर देना चाहिए ध्यान

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Elara Securities की रिपोर्ट्स में भारत को सुझाव, बिजली की बढ़ती मांग और आपूर्ति संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए सौर ऊर्जा बढ़ाने पर देना चाहिए ध्यान

नई दिल्ली। भारत में बिजली की बढ़ती मांग और उपयोग को लेकर एक हैरान करने वाली रिपोर्ट सामने आई है। एलारा सिक्योरिटीज (Elara Securities) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में बिजली की आपूर्ति को लेकर आने वाली बाधाओं को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई की बात कही गई है।

7-8% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ेगी बिजली की मांग

Elara Securities की रिपोर्ट कहती है कि भारत में अगले 5 सालों में बिजली की आपूर्ति में संभावित समस्याओं के समाधान के लिए सौर क्षमता बढ़ाने और ऊर्जा की मांग को सोलर ऊर्जा में परिवर्तित करने करने की सिफारिस की गई हैं।

रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि भारत की ऊर्जा मांग अगले 10-15 वर्षों में 7-8% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ेगी। इस दौरान जिसमें पीक डिमांड सामान्य तौर पर पहले अधिक होगा।

भारत की मांग सालाना 10 गीगावॉट बिजली: Elara Securities

राज्यों को संतुलित आपूर्ति-मांग को गतिशील बनाए रखने के लिए प्राथमिकता देनी चाहिए। इसके लिए बिजली की आपूर्ति में होने वाली बाधाओं को कम करने के लिए रिपोर्ट में बिजली की आपूर्ति के लिए कृषि फीडरों को अलग करने और समय-समय पर (TOD) टैरिफ को तुरंत लागू करने की सिफारिश की गई है।

रूफटॉप सोलर से दबाव होगा कम

रिपोर्ट्स में कहा गया कि निकट भविष्य में भारत की मांग सालाना लगभग 10 गीगावॉट तक पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि, रूफटॉप सोलर मार्केट में आपूर्ति दबाव को कम करने की महत्वपूर्ण क्षमता है। लेकिन वितरण कंपनियों (DISCOM) द्वारा बिजली खरीद समझौतों (PPA) पर हस्ताक्षर करने में देरी के कारण यह प्रगति बाधित हो रही है। रिपोर्ट में DISCOMs की परिचालन वास्तविकताओं के साथ बेहतर तालमेल के लिए पारंपरिक 25-वर्षीय निश्चित ऑफटेक समझौतों के पुनर्गठन की भी बात कही गई है।

– गौतम कुमार