नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में अपने इस्तीफे की घोषणा की, जिसके बाद यह सवाल उठने लगा है कि उनका उत्तराधिकारी कौन होगा। यानी दिल्ली का अगला सीएम कौन होगा? केजरीवाल के बाद आम आमदी पार्टी में बड़ा नाम मनीष सिसोदिया का आता है। लेकिन केजरीवाल और सिसोदिया अब सीएम दौड़ से पीछे हटना, नए सीएम चेहरे पर कई सवाल खड़े कर रहा है। क्योंकि इन दोनों के बाद भी पार्टी के पास ऐसे कई नाम हैं, जिनपर आप और पार्टी विधायक अपना भरोसा जता सकते हैं। इस लिस्ट में आतिशी, सुनीता केजरीवाल, सौरभ भारद्वाज और गोपाल राय शामिल हैं।
आतिशी के नाम पर चर्चा तेज!
दिल्ली के नए सीएम की लिस्ट में दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी का नाम सबसे ऊपर है। क्योंकि पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के इस्तीफे के बाद उनके पास शिक्षा मंत्रालय सहित जल, PWD, वित्त और योजना जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी है। उससे भी अहम बात ये है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रध्वज फहराने के लिए भी केजरीवाल ने उनके नाम की सिफारिश की थी। यही कारण है कि केजरीवाल के इस्तीफे के बाद अगर दिल्ली को नया सीएम मिलता है, तो उम्मीद है कि वह नाम आतिशी का हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी।
आतिशी के बाद सौरभ भारद्वाज का नाम भी लिस्ट में!
दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज भी इस दौड़ में हैं। वे विजिलेंस, हेल्थ, अर्बन डेवलपमेंट और वाटर जैसे अहम विभागों का कार्यभार संभाल रहे हैं और पार्टी को सक्रिय रूप से मजबूत करने में उनकी भूमिका रही है। सीएम केजरीवाल के जेल जाने के बाद सौरभ भारद्वाज हमेशा फ्रंट पर रहे और मुश्किल दौर पर पार्टी को संभालते दिखे हैं। यही कारण है कि सीएम पद के लिए उनका दावा भी मजबूत नजर आ रहा है।
गोपाल राय के नाम पर भी चर्चा
वरिष्ठ नेता गोपाल राय का नाम भी संभावित सीएम के रूप में सामने आता है। वे दिल्ली के पर्यावरण मंत्री हैं और कई मौकों पर संकटमोचक की भूमिका निभा चुके हैं, हालांकि उनका स्वास्थ्य उनके लिए एक बाधा बन सकता है।
सुनीता केजरीवाल का नाम भी चर्चा में
केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का नाम भी चर्चा में है, हालांकि उनके पास कोई विधायक पद नहीं है और वे सक्रिय रूप से राजनीति में नहीं रही हैं, लेकिन सीएम के जेल जाने के बाद जनता के बीच जाकर रैलियों में हिस्सा लिया था। लेकिन अगर सीएम केजरीवाल और पार्टी सुनीता केजरीवाल का नाम सीएम पद के लिए घोषित करती है तो पार्टी पर परिवारवाद का आरोप लग सकता है। यही कारण है कि पार्टी इस विकल्प को शायद नकार सकती है।
केजरीवाल के इस्तीफे के बाद सीएम पद के लिए इन नामों पर चर्चा हो रही है, लेकिन पार्टी के भीतर और दिल्ली की जनता के बीच आखिरी फैसला जल्द ही देखने को मिलेगा।