Delhi Assembly Election: झारखंड और महाराष्ट्र के साथ नहीं होगा दिल्ली का विधानसभा चुनाव, चुनाव आयोग ने बताई बड़ी वजह

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा और दिल्ली में समय से पहले चुनाव (Delhi Assembly Election) की मांग को लेकर चुनाव आयोग की ओर से ये बड़ी बात कही गई है। चुनाव आयोग ने दिल्ली में समय से पहले चुनाव कराने में असमर्थता जताते हुए कहा कि समय से पहले दिल्ली में चुनाव संभव नहीं है।

अरविंद केजरीवाल ने की थी समय से पहले चुनाव की मांग

ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत के बाद जेल से बाहर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपने पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी है। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अदालत ने मुझे जमानत दे दी, लेकिन मैं अब जनता के अदालत में जाऊंगा। फिर जनता के आदेश से दोबारा मुख्यमंत्री बनूंगा। इसलिए दो दिन बाद मैं अपने पद से इस्तीफा दूंगा। उन्होंने अपने भाषण में चुनाव आयोग से दिल्ली में समय से पहले चुनाव की मांग की।

झारखंड और महाराष्ट्र के साथ नहीं होगा, Delhi Assembly Election

दिल्ली में समय से पहले विधानसभा (Delhi Assembly Election) चुनाव की मांग पर चुनाव आयोग ने कहा कि दिल्ली में समय से पहले चुनाव की संभावना नहीं है। इसके पीछे बड़ी वजह बताते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि वर्तमान में देश के बाकी राज्यों के साथ दिल्ली में मतदाता सूची में वार्षिक संशोधन हो रहे हैं, जो 6 जनवरी तक पूरी हो पाएगी। इससे पहले दिल्ली में विधानसभा चुनाव संभव नहीं है।

23 फरवरी 2025 को खत्म होगा दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल

चुनाव आयोग की इस घोषण के बाद दिल्ली में विधानसभा (Delhi Assembly Election) के चुनाव महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव के साथ नहीं होंगे। ज्ञात हो कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर और झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त हो रहा है। जबकि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म होगा।

-गौतम कुमार