अरविंद केजरीवाल ने RSS प्रमुख मोहन भागवत को लिखी चिट्ठी, किए 5 सवाल

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अरविंद केजरीवाल
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Arvind Kejriwal Letter to Mohan Bhagwat: दिल्ली के पूर्व सीएम और आप पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने RSS प्रमुख मोहन भागवत को चिट्ठी लिखी और उनसे पांच सवाल पूछे हैं। केजरीवाल ने चिट्ठी में लिखा है कि जिस कानून के तहत लालकृष्ण आडवाणी को 75 पार पर रिटायर किया गया, क्या वो कानून पीएम मोदी पर लागू नहीं होगा?

देश के हालात को लेकर में बहुत चिंतित हूं- अरविंद केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ने चिट्ठी में लिखा, मैं आशा करता हूं कि आप स्वस्थ होंगे। मैं यह पत्र एक राजनैतिक पार्टी के नेता की हैसियत से नहीं लिख रहा है बल्कि इस देश के एक सामान्य नागरिक के तौर पर लिख रहा है। आज देश के हालात को लेकर में बहुत चिंतित हूं। जिस दिशा में बीजेपी की केंद्र सरकार देश और देश की राजनीति को ले जा रही है, यह पूरे देश के लिए हानिकारक है।

हमारा देश खत्म हो जाएगा- अरविंद केजरीवाल

अगर यहीं चलता रहा तो हमारा लोकतेज ग्रत्म हो जाए‌गा, हमारा देश खत्म हो जाएगा। पार्टियां तो आती-जाती रहेगी, चुनाव आते-जाते रहेंगे, नेता आते-जाते रहेंगे, लेकिन भारत देश हमेशा रहेगा। इस देश का तिरंगा आसमान में गर्व से हमेशा लहराए, ये सुनिश्चित करना हमारी सबकी ज़िम्मेदारी है। इसी संबंध में जनता के मन में कुछ सवाल हैं जो में आपके समक्ष रख रहा हूं। मेरी मंशा सिर्फ भारतीय लोकतंत्र को बचाने और मजबूत करने की है।

केजरीवाल ने RSS प्रमुख से पूछे 5 सवाल

पहला सवाल

  • देशभर में तरह-तरह के लालथ देकर या फिर ED-CBI की धमकी देकर दूसरी पार्टी के नेताओं को तोड़ा जा रहा है, उनकी पार्टियों को तोड़ा जा रहा है और दूसरी पार्टियों की सरकारों को गिराया जा रहा है। क्या इस तरह से चुनी हुई सरकारें गिराना देश और देश के लोकतंज के लिए सही है? किसी भी तरह बेईमानी करके सत्ता हासिल करना, क्या आपको या RSS को यह मंजूर है?

दूसरा सवाल

  • देश के कुछ नेताओं को खुद प्रधानमंत्री और अमित शाह ने सार्वजनिक मंच से भ्रष्टाचारी कहा और उसके कुछ दिन बाद ही उन्हें भारतीय जनता पार्टी में शामिल करा लिया। जैसे 28 जून 2023 को पीएम मोदी ने एक सार्वजनिक भाषण में एक पार्टी और उनके एक नेता पर 70 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया। उसके कुछ दिन बाद ही उम्र पार्टी को तोड़ कर उसी नेता के साथ सरकार बना ली और उसी नेता की, जिसे कल तक भ्रष्ट कहते थे, उसे उपमुख्यमंती बना दिया। ऐसे कई मामले हैं जब दूसरी पार्टियों के भ्रष्ट नेताओं को बीजेपी में शामिल करवाया गया। क्या आपने या RSS कार्यकर्ताओं ने ऐसी बीजेपी की कल्पना की थी? क्या ये सब देखकर आपको कष्ट नहीं होता?

तीसरा सवाल

  • BJP की पार्टी है जो RSS की कोख से पैदा हुई। ये RSS की जिम्मेदारी है कि यदि बीजेपी पथ भ्रमित होतो उसे सही रास्ते पर लाए। क्या आपने कभी प्रधान मंत्री जी को ये सब रालत काम करने से रोका?

    चौथा सवाल

    • जेपी नड्डा ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा कि BJP को अब RSS की जरूरत नहीं है। RSS एक तरह से बीजेपी की मां है। क्या बेटा इतना बड़ा हो गया कि मां की आंखें दिखाने लगा है? मुझे पता चला है कि जेपी नड्डा के इस बयान ने हर RSS कार्यकर्ता को बेहद आहत किया। देश जानना चाहता है कि उनके बयान से आपके दिल पर क्या गुज़री?

    पांचवा सवाल

    • आप सबने मिलकर कानून बनाया कि 75 साल की उम्र के बाद बीजेपी नेता रिटायर हो जाएंगे। इस कानून का खूब प्रचार किया गया और इसी कानून के तहत लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे कई कद्दावर बीजेपी नेताओं को रिटायर किया गया। पिछले दस वर्षों में इस कानून के तहत अन्य कई बीजेपी नेताओं को रिटायर किया गया जैसे खेदूरी, शांता कुमार, सुमिला महाजन आदि। अब अमित शाह का कहना है कि वो कानून पीएम मोदी पर लागू नहीं होगा। क्या इस पर आपकी सहमति है कि जिस कानून के तहत आडवाणी जी को रिटायर किया गया, वो क़ानून अब पीएम मोदी पर लागू नहीं होगा? क्या सबके लिए कानून समान नहीं होना चाहिए?
      • आज हर भारतवासी के मन में ये प्रश्न कीच रहे हैं। मुझे पूरी उम्मीद है की आप इन सवालों पर विचार करेंगे और लोगों को इन सवालों के जवाब देंगे।

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