स्विट्जरलैंड में ‘सरको’ सुसाइड कैप्सूल से आत्महत्या का पहला मामला आया सामने, महिला ने खुद बटन दबाकर दी जान

Published

जिनेवा/स्विट्जरलैंड: उत्तरी स्विट्जरलैंड में एक अनोखी और विवादास्पद घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने ‘सरको’ नामक सुसाइड कैप्सूल का उपयोग कर अपनी जान दी। इस घटना के बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया और एक आपराधिक मामला दर्ज किया।

क्या है ‘सरको’ कैप्सूल और कैसे काम करता है?

‘सरको’ एक 3D-प्रिंटेड कैप्सूल है जिसे ऑस्ट्रेलियाई डॉक्टर फिलिप निट्शके द्वारा विकसित किया गया है। इस उपकरण में व्यक्ति खुद ‘डेथ बटन’ दबा कर अपनी जान ले सकता है। जैसे ही बटन दबाया जाता है, कैप्सूल के अंदर नाइट्रोजन गैस भर जाती है, जिससे व्यक्ति नींद में चला जाता है और ऑक्सीजन की कमी के कारण उसकी मौत हो जाती है।

क्या है पूरा मामला?

यह घटना स्विट्जरलैंड के मेरिशौसेन के एक जंगल के पास घटी, जहां एक महिला ने इस कैप्सूल का उपयोग किया। पुलिस के अनुसार, उसने कैप्सूल के अंदर बैठकर बटन दबाया और इसके तुरंत बाद उसकी मौत हो गई। नाइट्रोजन गैस जहरीली नहीं होती, लेकिन यह ऑक्सीजन की कमी का कारण बनती है, जिससे व्यक्ति कुछ ही मिनटों में बेहोश होकर दम तोड़ देता है।

पुलिस की कार्रवाई जारी

पुलिस ने इस घटना के बाद कई लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें एक फोटोग्राफर भी शामिल है, जो घटना की तस्वीरें लेने आया था। शाफहाउसेन पुलिस ने कहा कि फोटोग्राफर को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन में रखा गया है, लेकिन अधिक जानकारी साझा नहीं की गई है।

‘सरको’ का विकास और कानूनी पहलू?

‘सरको’ कैप्सूल को नीदरलैंड की संस्था ‘एग्जिट इंटरनेशनल’ ने विकसित किया है और इसके निर्माण में 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की लागत आई है। स्विट्जरलैंड में आत्महत्या को कानूनी मान्यता प्राप्त है, लेकिन व्यक्ति को बिना किसी बाहरी सहायता के अपनी जान लेनी चाहिए। जो लोग किसी की आत्महत्या में मदद करते हैं, उन्हें केवल तभी दोषी नहीं माना जाता है जब उनके पास कोई स्वार्थ न हो।

हालांकि, ‘सरको’ कैप्सूल के उपयोग के संदर्भ में कानूनी विवाद उठ रहे हैं। स्विट्जरलैंड के शाफहाउसेन क्षेत्र के राज्य अभियोजक पीटर स्टिचर ने जुलाई में कहा था कि यदि इस कैप्सूल का उपयोग किया जाता है, तो इसके संचालकों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही हो सकती है, और दोषी पाए जाने पर उन्हें पांच साल तक की सजा हो सकती है।

नैतिक और कानूनी चुनौतियां

‘सरको’ को आत्महत्या की एक नई विधि के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन इसके कानूनी और नैतिक पहलुओं पर गहन विचार की आवश्यकता है। इस गर्मी में एक 54 वर्षीय अमेरिकी महिला ने इस कैप्सूल का उपयोग करने की योजना बनाई थी, लेकिन यह योजना अंततः रद्द कर दी गई।

इस घटना ने मानवाधिकार, चिकित्सा नैतिकता और कानून के क्षेत्र में नई चुनौतियों को जन्म दिया है। स्विट्जरलैंड में इस कैप्सूल का उपयोग चाहे कानूनी हो या न हो, यह स्पष्ट है कि ऐसी तकनीकें आत्महत्या के भविष्य के संदर्भ में गंभीर सवाल उठाती हैं।