Google’s 26th Anniversary 2024: दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन यानि गूगल (Google) को आज 26 साल पूरे हो गए हैं। शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जिसके पास स्मार्टफोन हो और वह गूगल का इस्तेमाल न करता हो। अक्सर छोटी से बड़ी जानकारी के लिए गूगल करना जरूरी हो जाता है। यह हमारे दैनिक जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि गूगल एक सर्च इंजन पावरहाउस कैसे बना? गैराज में शुरू हुआ गूगल आज कैसे एक तकनीकी दिग्गज बन गया आइए इस खबर में जानते हैं।
गूगल का सफर – गैराज से गूगलप्लेक्स
गूगल का जन्म 4 सितंबर, 1998 को हुआ था। इसे लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में अपने पीएचडी प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया था। उन्होंने पाया कि उन दोनों का एक जैसा दृष्टिकोण था और वह था दुनिया की जानकारी को व्यवस्थित करना और इसे दुनियाभर में सुलभ और उपयोगी बनाना। उन दोनों ने अपने छात्रावास के कमरों में काफी मेहनत की और एक बेहतर सर्च इंजन का प्रोटोटाइप तैयार किया। यह सर्च इंजन वर्ल्ड वाइड वेब पर व्यक्तिगत पृष्ठों के महत्व को निर्धारित करने के लिए लिंक का उपयोग करता था। उन्होंने इस सर्च इंजन को ‘बैकरब’ नाम दिया। लेकिन बाद में इसे ‘गूगल’ नाम दे दिया गया।
अगले ही कुछ वर्षों में, गूगल ने अकादमिक समुदाय (academic community) का ध्यान आकर्षित कर लिया। जैसे-जैसे गूगल के इस परियोजना में प्रगति हुई, उन्होंने अपने पहले कार्यालय को स्थापित किया, जो कि एक किराए का गैरेज था। जैसा कि, 4 सितंबर, 1998 को इसकी स्थापना हुई, लेकिन इसे आधिकारिक रूप से 27 सितंबर 1998 को Google Inc. को पहचान मिली। जिसके बाद से इसके जन्म की सालगिरह इस दिन से मनाई जाने लगी। 1998 में उस दिन के बाद से, गूगल के लोगो सहित बहुत कुछ बदला और देखते ही देखते गूगल एक प्रमुख सर्च इंजन के रूप में विकसित हो गया। अब इसका मुख्यालय, गूगलप्लेक्स माउंटेन व्यू, कैलिफ़ोर्निया में है।
गूगल आया और पूरे विश्व में छाया
आज, गूगल महज एक सर्च इंजन नहीं है, बल्कि कई सेवाओं और उत्पादों का एक विशाल तंत्र बन चुका है। गूगल ने कई डोमेन में विस्तार करके विविधता ला दी है। इस विस्तार से ऐसी सेवाओं का निर्माण हुआ है जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक, दोनों क्षेत्रों में महत्वपूर्ण हो गई हैं। दुनिया भर में अरबों लोग खोजने, जुड़ने, काम करने, खेलने और कई अन्य चीज़ों के लिए गूगल पर निर्भर हैं। गूगल मैप्स, जीमेल, गूगल क्रोम, गूगल क्लाउड, गूगल ड्राइव, यूट्यूब, और अन्य सेवाओं के माध्यम से गूगल रोज़मर्रा की ज़िंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। गूगल ट्रांस्लेट को लाकर गूगल ने वैश्विक संचार बाधाओं को तोड़ते हुए पूरे विश्व को एक सूत्र में बांध दिया है।
कुछ से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- गूगल पर सबसे ज्यादा फेसबुक सर्च होता है, इसके बाद यूट्यूब और फिर खुद गूगल आता है।
- गूगल को डिजाइन करने के लिए चार रंगों (नीला, लाल, पीला, और हरा) का इस्तेमाल किया गया है, जो कि इसे आकर्षक बनाते हैं।
- गूगल के कर्मचारियों को ‘गूगलर्स’ कहा जाता है, जबकि नये जुड़े स्टाफ को ‘नूगलर्स’ कहा जाता है।
– दुर्गा रावत