सफल क्रिकेटर बनने से पहले ही काफी राइस थे ये भारतीय खिलाडी

Published
Image Sources: Wikipedia/Unsplash

नई दिल्ली/डेस्क: आज के समय में भारतीय क्रिकेटर, विदेशी खिलाड़ियों को भी पीछे छोड़ते हुए, वैश्विक रूप से सबसे धनी हैं। क्रिकेट के खेल ने हमारे खिलाड़ियों को सपनों की जिंदगी दी है, जिससे छोटे से गांव-कस्बों के बच्चे भी भारतीय टीम के लिए खेलने का सपना देख सकते हैं।

पहले क्रिकेट सिर्फ अमीरों का ही खेल माना जाता था, जिनमें वे लोग शामिल थे जो अंग्रेजों के लिए काम करने वाले गुलाम थे या रॉयल परिवार से आते थे।

चलिए, हम आपको ऐसे पांच क्रिकेटरों के बारे में बताता हूँ जो धनी परिवारों में पैदा हुए थे और क्रिकेट के मैदान में कदम रखने से पहले वे अपने सपनों के साथ शानदार जीवन बिता रहे थे।

सौरव गांगुली

पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को सर्वकालिक सफल क्रिकेटरों में गिना जाता है। वे एक अमीर परिवार से आते थे, जिनके पिता एक सफल व्यवसायी थे, और कोलकाता में एक समृद्ध प्रिंट व्यवसाय चलाते थे। लेकिन सौरव गांगुली ने जीवन में क्रिकेट के मैदान को चुनकर अपनी पहचान बनाने की ठानी थीं।

विजय मर्चेंट

12 अक्टूबर 1911 को मुंबई में पैदा हुए विजय मर्चेंट एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर थे, जिनके पास समृद्ध परिवारिक पृष्ठभूमि थी और वे हिंदुस्तान स्पिनिंग एंड वीविंग मिल्स (ठाकरे ग्रुप) से भी जुड़े थे।

गौतम गंभीर

दिल्ली के एक धनी व्यवसायी परिवार में 14 अक्टूबर 1981 को पैदा हुए गौतम गंभीर को शानदार जीवन जीने का मौका मिला। उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाने के लिए धूप-मिट्टी-पसीने को चुना और क्रिकेट की दुनिया में अपने योगदान से देश को दो विश्व कप जीताने में मदद की। अब वह बीजेपी की टिकट से पूर्वी दिल्ली के सांसद हैं।

अजय जडेजा

अजय जडेजा भी रॉयल परिवार से आते हैं। 1 फरवरी 1971 को गुजरात के शाही परिवार में जन्में अजय का पूरा नाम अजयसिंहजी दौलतसिंहजी जडेजा है। उनके पिता दौलतसिंह जाडेजा बहुत सफल व्यवसायी थे, और उन्होंने अपने बेटे पर कोई दबाव नहीं डाला।

नवाब मंसूर अली खान पटौदी

नवाब मंसूर अली खान पटौदी, जिन्हें टाइगर पटौदी के नाम से भी जाना जाता है, एक अमीर खिलाड़ी थे जो शाही परिवार से आते थे और उनके पास अरबों की संपत्ति थी। वे 1952 से 1971 तक पटौदी के नवाब रहे और उन्हें सिर्फ 21 साल की उम्र में ही भारतीय टीम की कप्तानी का जिम्मेदारी मिली थी।

उन्होंने 300 से ज्यादा प्रथम श्रेणी (First class) मैच खेले और 33.67 की शानदार बल्लेबाजी औसत के साथ 15 हजार से ज्यादा रन बनाए। साथ ही उन्होंने भारत के लिए 46 मैच खेले और 34.91 की औसत से 2,793 रन बनाए।

रिपोर्ट: करन शर्मा