धान के बदले मक्के की खेती करेंगे किसान, होगी बंपर कमाई!

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मुंगेर/बिहार: सरकार ने मुंगेर जिले के किसानों को धान के बदले मक्के की खेती करने का सलाह दिया है. जिले में सुखाड़ को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि सुखाड़ प्रभावित किसानों को नि : शुल्क मक्के का बीज दिया जाएगा. कृषि सचिव सह जिला प्रभारी सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने जानकारी दी है कि मक्के की खेती से सुखाड़ प्रभावित किसान अपने घाटे की भरपाई कर सकेंगे.

समीक्षात्मक बैठक में लिया गया फैसला

बता दें कि एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे संजय कुमार अग्रवाल ने  समाहरणालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक की. इस मौके पर सचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि मुंगेर कमिश्नरी क्षेत्र में इस बार काफी कम बारिश हुई है. हर वर्ष की अपेक्षा इस बार 50 प्रतिशत कम बारिश हुई है.

इसके कारण कई इलाकों में धान की खेती नहीं हुई है. ऐसे में किसानों को कम से कम कृषि फीडर से बारह घंटे बिजली उपलब्ध कराई जाए. इसके साथ ही डीजल से खेती करने वाले किसानों को डीजल अनुदान की राशि मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने किसानों को सलाह दी कि जहां कम बारिश हुई है, वहां के किसान मक्के के खेती करें. इसके लिए सरकार उन्हें बीज और तकनीकी सहायता मुफ्त में उपलब्ध कराएगी.

मक्के की खेती से होगी कमाई

सचिव ने कहा कि असरगंज, खड़गपुर, संग्रामपुर, तारापुर और टेटिया बम्बर में धान का बिचड़ा तैयार है, लेकिन बारिश के अभाव में वहां धान नहीं लग पाया है. बता दें कि मक्के की खेती में धान की खेती की अपेक्षा एक तिहाई पानी की जरूरत होती है. ऐसे में सूखे के समय में मक्का किसानों के लिए वरदान साबित होगा. जलवायु परिवर्तन के कारण हर साल कम बारिश हो रही है. ऐसे में किसानों को अच्छी गुणवत्ता के मक्के का बीज दिया जाएगा. सरकार दस हजार हेक्टेयर में मक्का की खेती के लिए मुफ्त बीज मुहैया कराएगी.