Maharashtra News: नागरिकों के लिए खुला देश का पहला डबल डेकर फ्लाईओवर, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया लोकार्पण

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Maharashtra News: महाराष्ट्र नागपुर में डबल डेकर फ्लाईओवर का केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने लोकार्पण किया। एशिया में पहली बार बने इंजीनियरिंग के इस अद्भुत नमूने को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने की प्रक्रिया जारी है।

डबल डेकर फ्लाईओवर परियोजना का लोकार्पण

अच्छी सड़कों और बुनियादी ढांचों के विकास के साथ साथ महा मेट्रो का भी विस्तार तेजी से ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंचे, इस उद्देश्य से मल्टी-लेयर ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम को आकार देते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को नागपुर में एलआईसी चौक से ऑटोमोटिव चौक तक निर्माण किए गए डबल डेकर फ्लाईओवर परियोजना का लोकार्पण किया।

डबल डेकर ब्रिज की लागत 573 करोड़ रुपए

महा मेट्रो और एनएचएआई द्वारा पूर्ण की गई यह महत्वाकांक्षी परियोजना एशिया के सबसे लंबे डबल डेकर वायाडक्ट में से एक है। 897 करोड़ रुपए की लागत से बने इस फ्लाईओवर में केवल डबल डेकर ब्रिज की लागत 573 करोड़ रुपए है। यह फ्लाईओवर नागपुर के लोगों के लिए गेम-चेंजर साबित होगा और यहां की ट्रैफिक समस्याओं को काफी हद तक हल करेगा। 5.6 किमी लंबाई वाला 4-लेन कामठी रोड डबल डेकर फ्लाईओवर सबसे लंबा सिंगल कॉलम पियर्स-सपोर्टेड डबल डेकर फ्लाईओवर है। आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से इस पर पांच मेट्रो स्टेशन बनाए गए हैं।

फ्लाईओवर के स्ट्रक्चर में रिब और स्पाइन तकनीक का उपयोग

प्राकृतिक रोशनी और हवा पर्याप्त मात्रा में फ्लाईओवर के भीतर प्रवेश कर सके इस उद्देश्य से फ्लाईओवर के स्ट्रक्चर में रिब और स्पाइन तकनीक का उपयोग किया गया है, जो एक उन्नत तकनीक हैं। यह स्ट्रक्चर एक फ्लाईओवर और मेट्रो मार्ग को जोड़ता है, जिससे एक चार लेयर का ट्रांसपोर्ट सिस्टम बनता है।

इसके पहले लेवल पर हाईवे फ्लाईओवर है, दूसरे लेवल पर मेट्रो चलती है। वहीं ग्राउंड लेवल पर पहले से हाईवे मौजूद है। विशेष रूप से गड्डीगोदाम के पास 1650 टन क्षमता का स्टील ब्रिज तैयार कर लगाया गया है। इतने वजन क्षमता वाले ब्रिज का निर्माण शहरी क्षेत्र में पहली बार हुआ है।

यात्री बिना किसी रुकावट के सीधे अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे

एशिया में पहली बार बने इंजीनियरिंग के इस अद्भुत नमूने को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने की प्रक्रिया जारी है। यह परियोजना नागपुर (Maharashtra News)-जबलपुर राजमार्ग पर यात्रा करने वाले यात्रियों को राहत देगी। यात्री बिना किसी रुकावट के सीधे अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।

कामठी की ओर जाने वाले यात्रियों को सबसे अधिक लाभ होगा

कामठी की ओर जाने वाले यात्रियों को सबसे अधिक लाभ होगा। वे यातायात सिग्नलों पर लगने वाली लंबी कतारों से बच सकेंगे और यात्रा का समय काफी हद तक कम हो जाएगा। कामठी रोड एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है, जहां राजमार्ग के नीचे भारी यातायात होता है। यह फ्लाईओवर इस भीड़ को कम करेगा और यातायात को सुचारू और अधिक प्रभावी बनाएगा।

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