PM Modi gift to New Zealand PM: एक नहीं 5 तोहफों के साथ न्यूजीलैंड के पीएम से मिले नरेंद्र मोदी, जानें क्या है इनकी खासियत!

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PM Modi gift to New Zealand PM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एशियन शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए लाओस में दो दिवसीय दौरे पर हैं. जहां पर पीएम मोदी ने न्यूजीलैंड के पीएम क्रिस्टोफर लक्सन से मुलाकात की। पीएम ने अपनी इस मुलाकात के दौरान न्यूजलैंड के पीएम को कई बेशकीमती तोहफें दिए हैं. जिसमें कदमवुड रंग उभरा हुआ बुद्ध का सिर, ऊंट की हड्डी से बना हुआ बॉक्स, चांदी की नक्काशी वर्क मोर मूर्ति जैसे 5 गिफ्ट दिए हैं. चलिए जानते हैं क्या है उन बेशकीमती उपहारों की खासियत?

कदम की लकड़ी से बनी बुद्ध की मूर्ति

कदम की लकड़ी से बनी हुई बुद्ध के सिर की मूर्ति एक आकर्षक कला का नमूना है, जो पारंपरिक शिल्प कौशल और प्रतीकात्मक महत्व को खूबसूरती से जोड़ता है. यह उत्तम मूर्ति शांति और ज्ञान के सार को दर्शाती है, जो इसे किसी भी आध्यात्मिक या सजावटी स्थान के लिए एक आदर्श जोड़ बनाती है.

इस मूर्ति में कदमवुड (कदम की लकड़ी) की उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री, जटिल रंग उभार, और विस्तृत उत्कीर्णन है, जो कलात्मकता और आध्यात्मिकता के सामंजस्यपूर्ण मिश्रण को प्रदर्शित करता है. कमल के फूलों और हाथियों की नक्काशी इस टुकड़े को और भी निखारती है, जो पवित्रता, ज्ञान, शक्ति और सौभाग्य का प्रतीक है.

ऊंट की हड्डी से बना बॉक्स

राधा-कृष्ण थीम वाला मैलाकाइट और ऊंट की हड्डी से बना बॉक्स एक शानदार कला का नमूना है, जो कार्यात्मक और कलात्मक दोनों है. इस बॉक्स में राधा और कृष्ण की दिव्य प्रेम कहानी को दर्शाया गया है, जो प्रेम, भक्ति और दिव्य और भक्त के बीच शाश्वत बंधन का प्रतीक है.

मैलाकाइट के समृद्ध हरे रंग और ऊंट की हड्डी की नाजुक नक्काशी इस टुकड़े की सुंदरता को बढ़ाते हैं. यह बॉक्स न केवल एक सजावटी वस्तु है, बल्कि आध्यात्मिक संबंध और दिव्य प्रेम की सुंदरता की याद दिलाता है. इसकी अनूठी डिजाइन और उच्च गुणवत्ता वाली शिल्पकला इसे एक कालातीत कृति बनाती है.

जटिल नक्काशी वाली लकड़ी की मेज

लद्दाख से जटिल नक्काशी के साथ चमकीले रंग की कम ऊंचाई वाली लकड़ी की मेज और सजावटी बर्तन एक अनूठा संयोजन है, जो पारंपरिक शिल्प कौशल और जीवंत कलात्मकता को प्रदर्शित करता है. यह कलाकृति लद्दाख की सांस्कृतिक विरासत और प्रतीकात्मक कला की समृद्ध परंपरा को दर्शाती है.

मेज हाथ से नक्काशीदार लकड़ी की एक उत्कृष्ट कृति है, जो पारंपरिक रूप से लद्दाखी घरों में उपयोग की जाती है. जिसे चमकीले रंगों में रंगा गया है, जो इसे एक ऊर्जावान मौजूदगी प्रदान कराते हैं. इसके साथी ही मेज पर रखा बर्तन हाथ से पेंट किया हुआ है, जो मेज की जीवंत रंग योजना को पूरा करता है. वहीं, इस इस सेट की विशेषता ये है कि यह सेट लद्दाख की भावना को दर्शाता है और किसी भी रहने की वाली जगह में एक अद्वितीय और सौंदर्यात्मक जोड़ बनाता है.

चांदी की मोर मूर्ति

चांदी की नक्काशी वर्क मोर मूर्ति पश्चिम बंगाल की पारंपरिक धातु कलात्मकता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। इस मूर्ति में जटिल नक्काशी की गई है, जो भारतीय संस्कृति में सुंदरता, सरसता और मनोहरता के साथ-साथ गर्व के प्रतीक मोर को दर्शाती है.

मोर की गर्दन और पंखों को विस्तृत रूप से विस्तृत किया गया है, और इसकी लंबी पूंछ पर प्रत्येक पंख को आंख के आकार की आकृति से सजाया गया है। नक्काशी तकनीक इस मूर्ति का सबसे खास पहलू है, जो मोर के शरीर, पंखों और आसपास के वातावरण का जीवंत प्रतिपादन करती है. इस मूर्ति की खासियत की बात की जाए, तो यह चांदी की मोर की मूर्ति न केवल एक सजावटी वस्तु है, बल्कि इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और बेहतरीन धातु शिल्प कौशल की स्थायी परंपरा का प्रमाण है.

राजसी मोर की जोड़ी वाले लैंप

कीमती पत्थरों से जड़ी झालर वर्क वाली बेहतरीन सिल्वर लैंप जोड़ी भारतीय शिल्प कौशल की एक उत्कृष्ट कृति है. यह लैंप जोड़ी 92.5% चांदी से बनी है और महाराष्ट्र की कारीगरी विरासत की खूबसूरती का अनुभव कराती है.

लैंप में बेहतरीन झालर वर्क और कीमती माणिक हैं, जो समृद्धि, ऊर्जा और सद्भाव का प्रतीक है. यह लैंप जोड़ी पारंपरिक भारतीय सजावट के हिस्से के रूप में उपयोग की जाती है और शुभ अवसरों या उत्सवों के दौरान उपयोग की जाती है. बता दें कि चांदी से बने इन लैंप की उत्तम जोड़ी भारतीय शिल्प कौशल की समृद्ध विरासत को दर्शाती है, जो परंपरा को जटिल कलात्मकता के साथ मिलाती है.