हरियाणा में बीजेपी की जीत में AAP का हाथ, कैसे केजरीवाल ने बिगाड़ा कांग्रेस का खेल

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हरियाणा में बीजेपी की जीत में AAP का हाथ, कैसे केजरीवाल ने बिगाड़ा कांग्रेस का खेल

नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) की करारी हार के बाद अब पार्टी की नजर राज्य में होने वाले नगर निगम चुनाव पर है। जिसको लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा संगठनात्मक मामलों पर चर्चा के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी।

केजरीवाल के हरियाणा कैंपेन से कांग्रेस को नुकसान

AAP पार्टी के हरियाणा उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की अनुपस्थिति को जिम्मेदार ठहराया। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने 11 सीटों पर चुनाव प्रचार किया था। आप और कांग्रेस दोनों ही INDIA गठबंधन में सहयोगी है। लेकिन लोकसभा चुनावों के विपरीत दोनों पार्टी के बीच राज्य में विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे पर आपसी सहमति नहीं बना सकी। जिसके बाद दोनों पार्टियों ने 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।

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कांग्रेस को 37 सीटों पर मिली जीत

गौर करने वाली बात है कि AAP नेता अरविंद केजरीवाल ने जिन 11 सीटों पर पार्टी के लिए प्रचार किया वहां भले ही पार्टी एक भी सीट नहीं जीती है लेकिन पांच सीटों पर उसे जीत के अंतर से ज्यादा वोट मिले। पार्टी को मिले इस वोट से कांग्रेस को अच्छा खासा नुकसान पहुंचा। हरियाणा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की और 90 में से 48 सीटें हासिल की, जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिलीं। हरियाणा में 90 में से 89 सीटों पर चुनाव लड़ने के बाद भी आप अपना खाता खोलने में असफल रही और उसे मात्र 1.79% वोट मिले।

-गौतम कुमार