Milkipur: भारत निर्वाचन आयोग ने मंगलवार (15 अक्टूबर) को उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर उपुचनाव का ऐलान कर दिया है. सभी सीटों पर एक ही बार में 13 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतों की गिनती की जाएगी.
वहीं, Election Commission ने यूपी में उपचुनावों की घोषणा भी की, लेकिन अयोध्या की Milkipur सीट में उपचुनाव को रोक दिया. इसके पीछे की वजह सामने आई थी कि एक चुनाव याचिका की वजह से मिल्कीपुर उपचुनाव रोका गया है.
अपनी याचिका को वापस लेंगे गोरखनाथ बाबा
अब इसे लेकर खबर सामने आई है कि मिल्कीपुर के पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा के वकील ने याचिका को वापस लेने का ऐलान कर दिया है. गोरखनाथ बाबा का काम देखने वाले एडवोकेट रुद्र विक्रम सिंह ने वीडियो जारी कर इस बात का ऐलान किया है.
बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद के नामांकन नोटरी में त्रुटि को लेकर गोरखनाथ बाबा ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी.
सपा ने साधा निशाना
इसे लेकर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फखरुल हसन चांद की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने Election Commission की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं. सपा प्रवक्ता ने कहा कि यूपी की 10 सीटों पर उपचुनाव होने थे. लेकिन आयोग ने केवल 9 सीटों पर ही उपचुनाव की घोषणा की.
सीसामऊ सीट पर क्यों हो रहे हैं चुनाव?
समाजवादी पार्टी आयोग से यह पूछना चाहती है कि क्या अदालत ने ऐसा कोई आदेश दिया है. सीसामऊ सीट पर भी याचिका लंबित है. फिर वहां चुनाव क्यों हो रहे हैं. चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल है कि Milkipur में चुनाव क्यों नहीं और सीसामऊ पे चुनाव क्यों चुनाव आयोग को जवाब तो देना पड़ेगा.”
वहीं BJP के नेता और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह चुनाव आयोग का निर्णय है, न्यायालय में वाद चल रहा है.
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