ये हैं मुंबई के असली राजा, सिर्फ 6 लोगों के पास है 10 फीसदी जमीन…देखें पूरी लिस्ट

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नई दिल्ली। मुंबई भारत का एक ऐसा शहर है जहां घर लेना और रहना लोगों के सपने होते हैं. लेकीन इस शहर की एक हकीकत ये भी है कि यहां भूमि की कमी है और यह देश में सबसे महंगा शहर है. ऐसे में एक सवाल हर किस के मन में आती है कि मुंबई के सबसे बड़े जमीन का मालिक कौन हैं?  

मुंबई में रहने योग्य हिस्सा 34,000 एकड़

स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (SRA) द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में कहा गया था कि भारत की वित्तीय राजधानी में  कुल जमीन का लगभग 20% हिस्सा नौ मकान मालिकों के पास है जो निजी संस्थाएं हैं, इस में परिवार और ट्रस्ट दोनों शामिल हैं. मुंबई के विक्रोली इलाके में  20% में से करीब आधा रहने योग्य हिस्सा गोदरेज परिवार के पास है. झुग्गी पुनर्वास प्राधिकरण के सर्वेक्षण के अनुसार, मुंबई शहर लगभग 1 लाख एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें से रहने योग्य हिस्सा करीब 34,000 एकड़ है.

1. गोदरेज प्रॉपर्टीज़

मुंबई के विक्रोली इलाके में SRA सर्वे के अनुसार शीर्ष भूमि मालिकों की सूची में गोदरेज परिवार का नाम शामिल है. परिवार के पास 3,400 एकड़ से ज्यादा जमीन है. सर्वे के अनुसार यह जमीन विक्रोली में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे (ईईएच) पर स्थित है। हालांकि गोदरेज परिवार के स्वामित्व वाली लगभग 3,400 एकड़ भूमि पर कई आपत्तियां भी हैं. अगर हम इन भूमि के मूल्य पर विचार करें तो इसकी कीमत 50,000 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है.लेकिन आपत्तियों के कारण फिलहाल इसकी कीमत लगभग 30,000 करोड़ रुपये है.

2. एफई दिनशॉ ट्रस्ट

लिस्ट में एफई दिनशॉ ट्रस्ट दूसरे स्थान पर है जिसके पास मुंबई में करीब 683 एकड़ जमीन है. सर्वेक्षण के अनुसार, ट्रस्ट के पास मलाड और आसपास के इलाकों में भूमि बैंक हैं. एफ.ई. दिनशॉ एक पारसी सॉलिसिटर-फाइनेंसर और ज़मींदार थे, जिनकी मृत्यु 1936 में हो गई। दिनशॉ अपने परिवार के लिए जमीन का एक बड़ा टुकड़ा छोड़ गए. हालांकि समय-समय पर सरकार ने इस पर अधिग्रहण कर लिया या उसका मौद्रीकरण कर दिया.

3. प्रतापसिंह वल्लभदास सुरजी का परिवार

मुंबई में तीसरा सबसे बड़ा भूखंड का स्वामित्व जोत प्रताप सिंह वल्लभदास सुरजी के परिवार की है, जिनके पास मुंबई के भांडुप क्षेत्र और उसके आसपास लगभग 647 एकड़ जमीन है.

4. जीजीभॉय आर्देशिर ट्रस्ट

वित्तीय राजधानी में चौथी सबसे बड़ी ज़मीन जीजीभॉय आर्देशिर ट्रस्ट के पास है.इसके पास मुंबई के चेंबूर में 508 एकड़ ज़मीन है.

5. एएच वाडिया ट्रस्ट

ट्रस्ट के पास कुर्ला में 361 एकड़ जमीन है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 20वीं सदी की शुरुआत में मुंबई समाचार के कामा परिवार ने ट्रस्ट का प्रबंधन किया था. जिसके पास चेंबूर में लगभग एक तिहाई जमीन का स्वामित्व था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 19वीं सदी की शुरुआत में अर्देशिर होर्मूसजी वाडिया ने 3,587 रुपये के वार्षिक किराए पर कुर्ला का पट्टा प्राप्त किया था. जो अब ज्यादातर अतिक्रमण का शिकार हो चुका है.

6. बैरामजी जीजीभॉय ग्रुप

SRA सर्वेक्षण के अनुसार बैरामजी जीजीभॉय ट्रस्ट के पास मुंबई के विभिन्न हिस्सों में करीब 269 एकड़ जमीन है. 19वीं सदी के पारसी सर बैरामजी जीजीभॉय को 1830 में ईस्ट इंडिया कंपनी से कुल 12,000 एकड़ जमीन के सात गाँव मिले थे. रिपोर्टों के अनुसार, उनके पास बांद्रा लैंड्स एंड का भी स्वामित्व था जहां अभी ताज होटल है.

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सरकारी कंपनियों के पास विशाल भूमि

मुंबई में बड़े पैमाने पर भूमि के स्वामित्व वाली कई निजी संस्थाओं के साथ-साथ, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट, राष्ट्रीय वस्त्र निगम, महाराष्ट्र सरकार, केंद्र सरकार, मध्य रेलवे, पश्चिम रेलवे जैसी कई सरकारी एजेंसियों के पास भी शहर में भूमि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.

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