बांग्लादेश में मुजीबुर रहमान और 1971 के युद्ध को भुलाने की कोशिश; जानें अंतरिम सरकार के फैसले पर क्यों बोली अवामी लीग

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बांग्लादेश में हाल ही में एक बड़ा विवाद तब खड़ा हुआ, जब अंतरिम सरकार ने आठ राष्ट्रीय छुट्टियों को रद्द करने की घोषणा की. इनमें से एक छुट्टी 7 मार्च की है, जो उस ऐतिहासिक दिन को मनाने के लिए थी, जब 1971 में मुजीबुर रहमान ने पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश की स्वतंत्रता की अनौपचारिक घोषणा की थी.

अवामी लीग का यूनुस पर गंभीर आरोप!

अवामी लीग ने इन छुट्टियों को समाप्त करने के फैसले की कड़ी निंदा की है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार बांग्लादेश के 1971 के मुक्ति संग्राम और देश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की यादों को मिटाने की साजिश कर रही है.

बांग्लादेश में 7 मार्च के अलावा इन छु्ट्टियों पर भी लगा ग्रहण

7 मार्च के साथ-साथ, 17 मार्च को शेख मुजीबुर रहमान के जन्मदिन की छुट्टी को भी रद्द कर दिया गया है. 15 अगस्त की छुट्टी, जिसे राष्ट्रीय शोक दिवस के रूप में मनाया जाता है और जिस दिन 1975 में मुजीबुर रहमान और उनके परिवार के अधिकांश सदस्य मारे गए थे, वह भी अब नहीं मनाई जाएगी.

इसके अलावा 4 नवंबर की छुट्टी, जो पहले राष्ट्रीय संविधान दिवस के रूप में मनाई जाती थी, को भी खत्म कर दिया गया है. अन्य रद्द की गई छुट्टियों में मुजीबुर रहमान की पत्नी बेगम शेख फज़िलतुननेसा मुजीब और उनके बेटे कैप्टन शेख कमाल और शेख रसेल की जन्म तिथियां शामिल हैं.

पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने इसे देश के इतिहास पर हमला करार दिया है. उन्होंने कहा, “हमारे राष्ट्रीय इतिहास में इन दिनों का महत्व अपार है. आप बस एक बटन दबाकर हमारी आवाज को नहीं दबा सकते.”

इस साल की शुरुआत में छात्र आंदोलन के बाद शेख हसीना की सरकार को सत्ता से हटाने के बाद से ही अंतरिम सरकार के कई कदम उठाए गए हैं, जो मुजीबुर रहमान की छवि को मिटाने के प्रयासों के रूप में देखे जा रहे हैं. विभिन्न स्थानों पर मुजीबुर रहमान की मूर्तियों, तस्वीरों और उनके साथ जुड़े अन्य स्मृति चिह्नों को नष्ट करने के दृश्य सामने आए हैं.

बांग्लादेश में मुजीबुर रहमान को राष्ट्रपिता के रूप में मान्यता देने से इंकार

अंतरिम सरकार ने सार्वजनिक रूप से मुजीबुर रहमान को राष्ट्रपिता के रूप में मान्यता देने से इंकार कर दिया है. दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी, तथा सूचना और प्रसारण मंत्रालयों के सलाहकार नाहिद इस्लाम ने बांग्लादेशी मीडिया को बताया कि देश के कई संस्थापक हैं. उन्होंने कहा, “हमारे इतिहास की शुरुआत 1952 में नहीं हुई. इसमें 1947, 1971, 1990, और 1924 की लड़ाइयां शामिल हैं. कई लोगों के प्रयासों से हमें स्वतंत्रता मिली है.”

नाहिद इस्लाम ने अंतरिम सरकार के पक्ष में क्या कहा?

इस वर्ष की शुरुआत में शेख हसीना सरकार के खिलाफ चले छात्र आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से एक नाहिद इस्लाम ने यह भी कहा कि जो छुट्टियां रद्द की गई हैं, वे अवामी लीग द्वारा थोपी गई थीं और अब “अमहत्वपूर्ण” मानी जा रही हैं.

हालांकि, अंतरिम सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि उनका उद्देश्य मुजीबुर रहमान या उनके परिवार को पूरी तरह से सार्वजनिक स्मृति से मिटाना नहीं है, बल्कि वे उन अन्य शख्सियतों को भी सम्मानित करना चाहते हैं, जिन्हें अवामी लीग ने नजरअंदाज किया था.

बता दें कि अंतरिम सरकार के इस फैसले ने बांग्लादेश में गहरा विवाद खड़ा कर दिया है. अवामी लीग ने इसे राष्ट्रीय इतिहास के साथ छेड़छाड़ बताया है, जबकि अंतरिम सरकार इसे देश के अन्य संघर्षशील नेताओं को सम्मान देने की पहल कह रही है.