झारखंड चुनाव से पहले INDIA गठबंधन में पड़ी फूट? सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर आरजेडी ने कसा तंज, कांग्रेस ने तोड़ी चुप्पी

Published

Jharkhand elections: झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में दरार नजर आने लगी है. शनिवार को जब झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) और कांग्रेस की ओर से आगामी विधानसभा चुनावों के लिए राज्य की 81 में से 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया गया तो आरजेडी ने इस फैसले पर असंतोष जताया है.

सीट शेयरिंग फॉर्मूले से खुश नहीं है आरजेडी

झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand elections) के लिए इंडिया गठबंधन ने 11 सीटें आरजेडी और वाम दलों के लिए छोड़ी हैं. इंडिया ब्लॉक में इस दरार का कारण आरजेडी, झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) और कांग्रेस की ओर से बिना उनसे परामर्श किए सीट शेयरिंग फॉर्मूले का ऐलान करना बताया जा रहा है.

आरजेडी का दावा है कि वह स्वतंत्र रूप से कई निर्वाचन क्षेत्रों में जीत सकता है और अन्य विकल्पों पर विचार कर सकता है.

आरजेडी ने ऐलान को बताया एकतरफा

आरजेडी के प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने इसे दोनों दलों द्वारा “एकतरफा” निर्णय बताते हुए झामुमो-कांग्रेस सौदे की आलोचना की और कहा, “झारखंड विधानसभा (Jharkhand elections) सीटों की पेशकश से निराश हूं. हमारे पास सभी विकल्प खुले हैं.”

उन्होंने यह भी दावा किया कि आरजेडी ने कम से कम 15 से 18 निर्वाचन क्षेत्रों को चिन्हित किया है, जहां उसे लगता है कि वह बिना किसी सहायता के बीजेपी पर जीत हासिल कर सकता है.

यह भी पढ़ें: Jharkhand elections: INDIA गठबंधन ने किया सीट शेयरिंग फॉर्मूले का ऐलान, 70 पर साथ लड़ेगी कांग्रेस-JMM

2 मिनट नूडल्स की तरह नहीं लिए जा सकते हर डिसिजन

मनोज झा ने कहा कि पिछले चुनाव में पार्टी ने सात निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे थे और उनमें से पांच सीटों पर दूसरे स्थान पर रही थी. आरजेडी नेता ने डील पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, “सभी निर्णय ‘2 मिनट’ नूडल्स की तरह तुरंत नहीं लिए जा सकते.”

कांग्रेस ने किया किसी भी दरार से इंकार

हालांकि, कांग्रेस ने झारखंड चुनावों (Jharkhand elections) को लेकर किसी भी निराशा के दावों का खंडन किया है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “किसी की ओर से कोई नाराजगी नहीं है.”

कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने भी सीट बंटवारे के सौदे के बारे में बात की और कहा, “जैसा कि सीएम (हेमंत सोरेन) ने कहा, गठबंधन के साथी लगातार (उम्मीदवारों के बारे में) जीतने की संभावना पर चर्चा कर रहे हैं. हमने सभी इनपुट लिए हैं और 81 विधानसभा क्षेत्रों में से 70 के लिए चर्चा की है.”

यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर को मिलेगा पूर्ण राज्य का दर्जा! उमर अब्दुल्ला के प्रस्ताव को मिली LG की मंजूरी