Haryana: बढ़ते पॉल्यूशन को लेकर हरियाणा बोर्ड सख्त, पहले से कम जली पराली फिर क्यों 24 अधिकारी हुए सस्पेंड?

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Haryana Stubble Burning: हरियाणा में पराली जलाने के आरोप में किसानों की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा सरकार की कृषि विभाग के कर्मचारियों पर बड़ी कारवाई हुई है. पराली प्रबंधन न करवाने पर विभिन्न जिलों में कृषि विभाग के 24 अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है.

धान की पराली को आग लगाने का सिलसिला हरियाणा और पंजाब में जारी है. लेकिन पिछले साल के मुकाबले इस बार आग कम (Haryana Stubble Burning) लगाई जा रही है. हरियाणा में सरकार पराली को आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ सख्ती बरत रही है.

21 अक्टूबर तक 655 मामले रिकॉर्ड

हरियाणा स्पेस एप्लीकेशन सेंटर हिसार द्वारा हरियाणा में आग लगाए जाने के 21 अक्टूबर तक 655 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं. वहीं, इस पर राज्य पॉप्यूशन कंट्रोल बोर्ड का कहना है कि इनमें से 234 जगहों पर जाकर जांच किया गया, जिसमें पाया गया है कि वहां पराली को आग नहीं लगाई गई थी. इसलिए राज्य में पराली जलाने के 419 मामले ही सामने आए हैं. बता दें कि पिछले साल राज्य में यह आकंड़ा 689 था.

24 अधिकारी सस्पेंड

हरियाणा में पराली को आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ 93 FIR दर्ज किए है. वहीं 24 अधिकारियों को सस्पेंड भी किया है. बता दें कि लगभग 20 किसानों को पराली जलाने के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया था, जिन्हें मुचलके पर रिहा भी कर दिया गया है. मामलें में 327 किसानों पर जुर्माना लगाया है.

“2021 में करीब 7,000 मामले थे, जो अब 2,300 रह गए हैं”

हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने की समस्या पर हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव प्रदीप कुमार ने मंगलवार (22 अक्टूबर) को कहा कि, 2021 में पराली जलाने के करीब 7,000 मामले थे, जो अब घटकर 2023 में 2,300 रह गए हैं. किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है और नोडल अधिकारी मामलों को कम करने के लिए स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.”

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