CIK का घाटी में बड़ा एक्शन! जाने कौन हैं ‘बाबा हमास’? लश्कर-ए-तैयबा से कैसे जुड़े हैं तार

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श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर-इंटेलिजेंस विंग ने मंगलवार (22 अक्टूबर) को आतंकवाद के एक ऐसे भर्ती मॉड्यूल का सफाया किया है, जो हाल ही के कुछ दिनों में घाटी के अंदर अपनी जड़े जमा चुका था. इस नए भर्ती मॉड्यूल का नाम तेहरीक-लाबैक-या-मुस्लिम (TLM) बताया गया है, जो लश्कर-ए-तैयबा (लेट) की एक नई आतंकी शाखा मानी जाती है. पुलिस ने ये कार्रवाई गांडेरबल जिले में हुए आतंकवादी हमले के दो दिन बाद की थी, जिसमें सात लोग मारे गए थे. काउंटर-इंटेलिजेंस विग ने टीएलएम की खोज के लिए करीब 7 जिलों में 10 स्थानों पर छापेमारी की और 40 से अधिक संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया.

काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (CIK) के एक बयान के अनुसार, ‘बाबा हमास’ के नाम से जाना जाने वाला एक पाकिस्तानी लश्कर हैंडलर इस मॉड्यूल का संचालन कर रहा था. यह मॉड्यूल सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से कश्मीर के युवाओं को आतंकी गतिविधियों के लिए संगठित करने, कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने में सक्रिय रूप से शामिल था.

7 जिलों में कई जगह पर की गई छापेमारी

हालांकि, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि रविवार को एक सुरंग निर्माण स्थल पर हुए हमले के लिए अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर की एक शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली थी. एनआईए की विशेष अदालत द्वारा जारी वारंट के बाद काउंटर इंटेलिजेंस टीमों द्वारा श्रीनगर, पुलवामा, अनंतनाग, गंदेरबल, बांदीपोरा, कुलगाम और बडगाम जिलों में स्थानों पर तलाशी ली गई थी.

काउंटर-इंटेलिजेंस जब इस मामले की तह तक पहुंची, तो पाया गया कि इसकी जड़े सिर्फ जम्मू-कश्मीर तक ही सीमित नहीं हैं. इसके तार नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तानी एजेंसियों से भी जुड़े हुए हैं, और TLM पाकिस्तानी एजेंसियों के इसरे पर ही घाटी में शांतिभंग करता है.

‘बाबा हमास’ कश्मीरी युवाओं को बना रहा है कट्टरपंथी

अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादी हैंडलर, ‘बाबा हमास’ युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें टीएलएम रैंक में शामिल होने के लिए लुभाने के लिए विभिन्न एन्क्रिप्टेड सोशल मीडिया एप्लिकेशन के माध्यम से ओजीडब्ल्यू या सहायकों को देशद्रोही सामग्री और निर्देश प्रदान कर रहा था. यह मॉड्यूल एन्क्रिप्टेड इंटरनेट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के जरिए सीमा पार के हैंडलरों के साथ लगातार संपर्क में था. ऐसा मान जा रहा है कि पुलवामा में एक पंचायत घर में आग लगने की घटना और अन्य संदिग्ध गतिविधियों के पीछे इस नए गठित संगठन का ही हाथ है.

इसके साथ ही इसपर यह संदेह भी किया जा रहा है कि यह दक्षिण और मध्य कश्मीर में विभिन्न स्थानों पर आतंकवादी कृत्यों का महिमामंडन करने वाले पोस्टर चिपकाने में शामिल था, ताकि युवाओं को इस संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जा सके.

कौन है ‘बाबा हमास’?

अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, आतंकवादी संगठन के सदस्यों ने खुलासा किया है कि बाबा हमास का असली नाम कोई नहीं जानता है. वह सोशल ऐप के जरिये जिहाद से जुड़ी सामग्री भेजता है और युवाओं को माइंडवॉश करके आतंकी हमलों में शामिल करता था. बाबा हमास ने पाकिस्तान से आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराई और गांदरबल हमले में शामिल आतंकी भी उसके गुर्गे थे. उसका मकसद कश्मीर में आतंकवाद और अस्थिरता पैदा करना है.