Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियों में सीट बंटवारे और कार्यकर्ताओं में उम्मीदवारी की होड़ लगी है. यही कारण है कि जब किसी नेता को उसकी पार्टी टिकट नहीं देती है तो वह दूसरी पार्टी का दामन थाम लेता है. लेकिन नेताओं की इस आवाजाही पर कांग्रेस ने एनसीपी पर एक गंभीर आरोप लगया है. कांग्रेस ने शनिवार (26 अक्टूबर) को आरोप लगाया कि अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल होने के लिए दो विधायकों को करोड़ों रुपये की पेशकश की गई है.
कांग्रेस नेता रमेश छेननिताला ने लगाया आरोप
कांग्रेस की ओर से ये आरोप महाराष्ट्र प्रभारी रमेश छेननिताला ने लगाया है. उन्होंने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए ने कहा, “रिपोर्टें आ रही हैं कि दो विधायकों को NCP (अजित पवार गुट) में शामिल होने के लिए करोड़ों रुपये की पेशकश की गई है. यह एक प्रकार का विरोधी-ट्रांसफर कानून के तहत आता है. मुख्यमंत्री, जो गृह विभाग का कार्यभार संभाल रहे हैं, चुप क्यों हैं? मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है कि वह जनता को बताएं कि क्या हुआ है.”
उन्होंने आगे कहा, “रिश्वत देना और लेना एक आपराधिक गतिविधि है.” हालांकि, अजित पवार के नेतृत्व वाले NCP गुट ने अभी तक इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
महाराष्ट्र चुनाव में दो गुटों में टक्कर
कांग्रेस की ओर से ये आरोप ऐसे समय पर आया है, जब 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन (भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी) और विपक्षी एमवीए- जिसमें शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार गुट) और कांग्रेस शामिल हैं, और दोनों ही गुटों ने सभी 288 विधानसभा सीटों पर होने वाले आगामी चुनावों के लिए अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. क्योंकि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए एक ही चरम में 20 नवंबर को वोटिंग और मतगणना 23 नवंबर को निर्धारि की गई है.