नई दिल्ली। Diwali एक प्रमुख त्यौहार है जिसे हिंदू हर साल मनाते हैं. इसे दीपावली या रोशनी के त्यौहार के रूप में भी जाना जाता है. दिवाली हर साल बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है.दिवाली पर लक्ष्मी और गणेश की पूजा की परंपरा है.ऐसी मान्यता है कि दीपावली के दिनों में देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा से घर धन-धान्य से संपन्न रहता है. दिवाली उत्सव पाँच दिनों तक चलता है, प्रत्येक दिन एक त्यौहार होता है.
तिथि और शुभ मुहूर्त
इस साल Diwali 31 अक्टूबर को है. पंचांग के अनुसार छोटी दिवाली और लक्ष्मी पूजा एक ही दिन मनाई जाएगी.
- लक्ष्मी पूजा मुहूर्त-सायं 6:52 से 8:41 तक
- प्रदोष काल-सायं 6:10 से 8:52 तक
- वृषभ काल-सायं 6:52 से 8:41 तक
- अमावस्या तिथि प्रारम्भ-31 अक्टूबर को सुबह 6:22 बजे
- अमावस्या तिथि समाप्त-1 नवंबर को सुबह 8:46 बजे
Diwali त्योहार के 5 दिन
- 29 अक्टूबर -धनतेरस
- 30 अक्टूबर-छोटी दिवाली (नरक चतुर्दशी)
- 31 अक्टूबर-दिवाली और लक्ष्मी पूजा
- 2 नवंबर-गोवर्धन पूजा
- 3 नवंबर-भाई दूज
महालक्ष्मी पूजा का चौघड़िया मुहूर्त
पंचांग के अनुसार प्रदोष काल 31 अक्टूबर को शाम 5:53 बजे शुरू होगा और 8:21 बजे समाप्त होगा. लक्ष्मी पूजा इसी समय के भीतर की जानी चाहिए. पुराणों के अनुसार Diwali की पूजा के लिए प्रदोष काल सबसे शुभ मुहूर्त माना जाता है लेकिन लोग चौघड़िया देखकर भी पूजा कर सकते हैं.
- शुभ (उत्तम) -शाम 04.13 – शाम 05.36
- अमृत (सर्वोत्तम)-शाम 05.36 – रात 07.14
- चर (सामान्य)-रात 07.14 – रात 08.51