महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बोले CM एकनाथ शिंदे, “कल्याणकारी योजनाओं को कोई वापस नहीं ले सकता”

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Maharashtra Assembly Election

Maharashtra Assembly Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने में अब कम समय रह गया है. ऐसे में सीएम एकनाथ शिंदे ने गुरुवार (31 अक्टूबर) को कहा कि उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई सभी कल्याणकारी योजनाएं जारी रहेंगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष का इरादा सत्ता में आने के बाद कल्याणकारी योजनाओं को वापस लेना है.

कल्याणकारी योजनाओं को कोई वापस नहीं ले सकता

न्यूज एजेंसी ANI से शिंदे ने कहा, विपक्षी नेताओं का कहना है कि यदि वे सरकार बनाते हैं, तो वे सभी योजनाओं को बंद कर देंगे और योजनाओं की जांच करेंगे. कोई कल्याणकारी योजनाओं को वापस नहीं ले सकता.

बेटियों, युवाओं और किसानों को मिली कई योजनाएं

इस साल की दीवाली को खास बताते हुए महाराष्ट्र के सीएम ने कहा, इस साल की दीवाली बहुत खास है. इस साल बेटियों, युवाओं और किसानों को कई योजनाएं मिली हैं. हम आज दीवाली मना रहे हैं. यह हमारा त्यौहार है, इसे आगे बढ़ाना हमारा कर्तव्य है. जब हमारी सरकार आई, तो हमने फिर से त्यौहार मनाना शुरू कर दिया.

महायुति गठबंधन कर लड़ रहे चुनाव

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) महायुति गठबंधन के बैनर तले विधानसभा (Maharashtra Assembly Election) चुनाव लड़ रहे हैं, ताकि सत्ता में वापसी कर सकें. उनका मुकाबला विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) से है, जिसमें कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) शामिल हैं.

अटकलों पर शरद पवार ने दिया जवाब

इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) के प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को कहा कि एमवीए के सहयोगी जल्द ही उन सीटों पर समाधान खोजने के लिए बैठेंगे जहां एमवीए से एक से अधिक नामांकन भरे जा रहे हैं.

एमवीए गठबंधन के भीतर दोस्ताना मुकाबले की अटकलों के जवाब में शरद पवार ने कहा, “मेरे पास इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है क्योंकि मैं इन सभी बातचीत का हिस्सा नहीं हूं. हमारे अन्य नेता इस पर विचार कर रहे हैं, लेकिन मुझे पता है कि कुछ 10-12 सीटें हैं जहां गठबंधन से दो नामांकन भरे जा रहे हैं. अगले दो-तीन दिनों में हम इसका समाधान खोजने के लिए एक साथ बैठेंगे.”

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