नई दिल्ली। Canada के ब्रैम्पटन में रविवार को हिंदू सभा मंदिर में खालिस्तानी समर्थकों ने सभा में आए लोगों पर हमला कर दिया. खालिस्तानी समर्थकों ने मंदिर में मौजूद लोगों पर लाठी-डंडे किया. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने भी मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की. इस पूरे घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामले में पील क्षेत्रीय पुलिस ने इस घटना के लिए जिम्मेदार तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उन पर आपराधिक आरोप लगाए है.
घटना की जांच जारी : पुलिस
पुलिस द्वारा जारी बयान में कहा गया कि पील क्षेत्रीय पुलिस ब्रैम्पटन में एक पूजा स्थल पर आयोजित एक प्रदर्शन में मौजूद थी. बाद में इस कार्यक्रम को मिसिसॉगा शहर के भीतर दो अलग-अलग स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया. इन प्रदर्शनों के में शामिल तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है और उन पर आपराधिक आरोप लगाए गए हैं. 21 डिवीजन आपराधिक जांच ब्यूरो और 12 डिवीजन आपराधिक जांच ब्यूरो द्वारा कई गैरकानूनी घटना की सक्रिय रूप से जांच जारी है .
Canada में भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है भारत
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने सोमवार को ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कनाडा सरकार से मांग की कि हिंसा में शामिल लोगों पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए.
जायसवाल ने कहा कि हम कल ब्रैम्पटन, ओंटारियो में हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं. हम कनाडा सरकार से आग्रह करते हैं कि सभी पूजा स्थलों को ऐसे हमलों से बचाया जाए. हम यह भी उम्मीद करते हैं कि हिंसा में लिप्त लोगों पर मुकदमा चलाया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि भारत कनाडा में भारतीयों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित है.
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Canada में हिंदू मंदिर में लोगों के साथ झड़प
रविवार को खालिस्तानी झंडे लिए हुए एक भीड़ ने ब्रैम्पटन स्थित हिंदू मंदिर में लोगों के साथ झड़प की. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में लोग मंदिर के बाहर खालिस्तान का झंडा पकड़े और दूसरों की पिटाई करते नजर आ रहे हैं. Canada के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बाद में सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मंदिर में हिंसा की घटनाएं अस्वीकार्य हैं.