शाही वंशजों के निशाने पर राहुल गांधी, कांग्रेस नेता के लेख पर जताई नाराजगी

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Rahul Gandhi Editorial

Rahul Gandhi Editorial: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अपने लेख को लेकर इस समय विवादों में घिर गए हैं. राहुल गांधी के संपादकीय का विरोध करते हुए भारत भर के शाही वंशजों ने अपने पूर्वजों को “वादी महाराजाओं” के रूप में संदर्भित करने के लिए कांग्रेस नेता की आलोचना की है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में अपने संपादकीय में लिखा, “ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत की आवाज कुचल वै थी. यह आवाज अपनी व्यापारिक शक्ति से नहीं, बल्कि अपने शिकते से कुचली थी. कंपनी ने हमारे राजा-महाराजाओं और नवाबों की साझेदारी से, उन्हें रिश्वत देकर और धमका कर भारत पर शासन किया था. उसने हमारी बैंकिंग, नौकरशाही और सूचना नेटवर्क को नियंत्रित कर लिया था. हमने अपने आजादी किसी दूसरे देश के हाथों नहीं गंवाई, हमने इसे एक एकाधिकारवादी निगम के हाथों खो दिया, जो हमारे देश में दमन तंत्र को चलाता था.”

संपादकीय को लेकर शाही वंशजों के निशाने पर राहुल गांधी

राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी

भारत में ब्रिटिश राज के दौरान जयपुर रियासत के अंतिम शासक महाराजा मान सिंह II की पोती और राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने राहुल गांधी के लेख की निंदा की और कहा, “एकीकृत भारत का सपना भारत के पूर्व राजपरिवारों के सर्वोच्च बलिदान के कारण ही संभव हो सका.”

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

1947 में यूनाइटेड किंगडम से भारत की आजादी तक ग्वालियर पर शासन करने वाले सिंधिया परिवार से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “नफरत बेचने वालों को भारतीय गौरव और इतिहास पर व्याख्यान देने का कोई अधिकार नहीं है. भारत की समृद्ध विरासत के बारे में राहुल गांधी की अज्ञानता और उनकी औपनिवेशिक मानसिकता ने सभी सीमाएं पार कर दी हैं.”

मैसूर विधायक यदुवीर वाडियार

मैसूर विधायक और वाडियार राजवंश के शाही वंशज यदुवीर वाडियार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर कर लिखा, “इतिहास की जानकारी में राहुलगांधी की कमी लगातार दिखाई दे रही है. उनका लेख भारतीय विरासत के संरक्षण के लिए तत्कालीन रियासतों द्वारा किए गए योगदान के प्रति उनकी अज्ञानता को दिखा रहा है.”

मेवाड़ घराने के वंशज लक्ष्यराज सिंह मेवाड़

उदयपुर में 1,500 साल पुराने मेवाड़ घराने के वंशज लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा, “औपनिवेशिक ढांचे से विभाजित होने के बावजूद, शाही परिवार हमेशा अपने लोगों के रक्षक रहे हैं. उन्होंने भारत के आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है”

पूर्व कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह

महाराजा सर हरि सिंह के पोते और पूर्व कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “यह लेख राहुल गांधी के इतिहास की समझ को दिखाता है. इसी के साथ उन्होंने कहा कि “महाराजाओं के योगदान और भूमिका को ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रति केवल “प्रशंसक” तक सीमित नहीं किया जा सकता है.”

जैसलमेर युवराज चैतन्य राज सिंह

जैसलमेर के पूर्ववर्ती साम्राज्य पर शासन करने वाले परिवार के सदस्य चैतन्य राज सिंह ने राहुल गांधी के दावों को “निराधार” बताते हुए कहा, “पूर्ववर्ती शाही परिवारों के संबंध में ये निराधार आरोप अस्वीकार्य हैं.”

बीजेपी नेता श्रीमंत गायत्री राजे पवार

देवास के दिवंगत महाराजा तुकोजी राव पवार की पत्नी और बीजेपी नेता श्रीमंत गायत्री राजे पवार ने कहा, “मैं इसकी निंदा करती हूं. राहुल गांधी का संपादकीय भारत के महाराजाओं को बदनाम कर रहा है, जो सनातन संस्कृति के स्तंभ थे.

मेवाड़ राजघराने के सदस्य विश्वराज सिंह मेवाड़

मेवाड़ के तत्कालीन राजघराने के सदस्य विश्वराज सिंह मेवाड़ ने लिखा, ” अज्ञानता या जानबूझकर गलतबयानी, बदनाम करने का “एकाधिकार”?!