जम्मू और कश्मीर में इस साल आतंकी हमलों में बढ़ोतरी के बीच, आतंकवादियों ने गुरुवार को किश्तवाड़ जिले में दो गांव रक्षा गार्ड्स (VDGs) की हत्या कर दी है. अधिकारियों के अनुसार, मृतकों की पहचान ओहली कुंटवाड़ा गांव के निवासी नजीर अहमद और कुलदीप कुमार के रूप में हुई है.
सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों ने इन दोनों VDG सदस्यों को आंखों पर पट्टी बांधकर अगवा किया और कुंटवाड़ा के ऊपरी इलाके में उनकी हत्या कर दी. जैश-ए-मोहम्मद के सहायक संगठन कश्मीर टाइगर्स ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है और एक फोटो और उर्दू में लिखी एक चिट्ठी साझा की है.
इस चिट्ठी में लोगों को VDGs में शामिल न होने की चेतावनी दी गई है. इसका मुख्य संदेश था कि ये दोनों VDG सदस्य आतंकवादियों का पीछा करते हुए घने जंगलों में पहुंच गए, जहां उन्हें पकड़कर कथित तौर पर अपने अपराधों को स्वीकार करने के बाद मौत के घाट उतार दिया गया. पत्र में कहा गया कि अगर और लोग VDG में शामिल हुए तो उन्हें भी इसी तरह की सजा भुगतनी होगी.
VDGs, जो पहले गांव रक्षा समितियों (VDCs) के नाम से जाने जाते थे, 1990 के दशक में आतंकवाद के खिलाफ लोगों को सशक्त बनाने के लिए बनाए गए थे. जम्मू-कश्मीर में वर्तमान में 4,125 VDG समूह हैं, जिनमें स्थानीय लोग और पुलिस अधिकारी शामिल हैं. सेना इनकी हथियारों की ट्रेनिंग और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने में सहायता करती है.