वाराणसी: कार्तिक पूर्णिमा पर मनाई जाने वाली देव दीपावली का त्योहार अब विश्व प्रसिद्ध हो चुका है. इस पर्व पर काशी के घाटों पर लाखों दीप जलाए जाते हैं, जिससे पूरा शहर रोशनी से जगमगा उठता है. इस बार काशी के 84 घाटों पर लगभग 21 लाख दीपक जलाए जाएंगे, जिसमें 8 लाख मिट्टी के दीपक और बाकी गोबर के बने होंगे. खास बात यह है कि इस देव दीपावली के भव्य आयोजन का उद्घाटन आज उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा किया जाएगा, जिसमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी भी शामिल रहेंगे.
नमो घाट का उद्घाटन
इस साल की देव दीपावली में सबसे बड़ा आकर्षण नमो घाट का उद्घाटन रहने वाला है. नमो घाट को खासतौर पर विकसित किया गया है, जिसमें पर्यटकों के लिए विशेष सुविधाएं दी गई हैं. इस उद्घाटन समारोह के बाद यहां विशेष आतिशबाजी और लेजर शो का भी आयोजन किया जाएगा.
सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम
मिली जानकारी के अनुसार, देव दीपावली के मौके पर हर घाट पर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. गंगा आरती, आतिशबाजी, और रंगोलियों से घाटों को सजाया जाएगा. चेतसिंह घाट पर 18-19 मिनट का प्रोजेक्शन शो होगा, जिसमें काशी की ऐतिहासिक और पौराणिक धरोहर को दर्शाया जाएगा. साथ ही, ‘स्वच्छ घाट-स्वच्छ काशी’ और ‘जाति पंत अनेक, हम सनातनी एक’ जैसे सामाजिक संदेश भी दिए जाएंगे.
बता दें कि यह पर्व न केवल भारत के लोगों बल्कि दुनियाभर के पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है. इस बार भी हजारों विदेशी सैलानी इस अद्भुत नजारे का आनंद लेने काशी पहुंचे हैं.
कैसे रहने वाली है सुरक्षा व्यवस्था?
देव दीपावली के दौरान वाराणसी में बिना अनुमति ड्रोन, पतंग, गुब्बारा, रिमोट संचालित माइक्रो लाइट्स, एयरक्राफ्ट और पैराग्लाइडर पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. लाखों श्रद्धालुओं और वीआईपी के आगमन को देखते हुए प्रशासन सुरक्षा और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करेगा. घाटों पर भीड़ नियंत्रण के लिए सीसीटीवी कैमरे बढ़ाए गए हैं, और पुलिस हर संदिग्ध व्यक्ति और वस्तु पर नजर रखेगी. चार पहिया वाहनों को घाटों से 3-4 किलोमीटर पहले ही रोक दिया जाएगा.