Anshul Kamboj: भारत के एक तेज गेंदबाज ने एक ही पारी में 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया है. यह तेज गेंदबाज हरियाणा के रहने वाले अंशुल कंबोज (Anshul Kamboj) हैं. उन्होंने यह जलवा केरल के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के मैच में दिखाया. इसी के साथ कंबोज फर्स्ट क्लास क्रिकेट में यह उपलब्धि हासिल करने वाले छठे गेंदबाज और रणजी ट्रॉफी में तीसरे भारतीय गेंदबाज बन गए हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा उन्होंने भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाज अनिल कुंबले जैसे महान क्रिकेटर की भी बराबरी कर ली है.
अंशुल कंबोज ने रणजी ट्रॉफी में रचा इतिहास
हरियाणा के तेज़ गेंदबाज़ अंशुल कंबोज ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में एक अनोखी उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने केरल के खिलाफ लाहली में खेले गए मैच में 10 विकेट लेकर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया. कंबोज ने यह उपलब्धि 49 रन खर्च करते हुए 10 विकेट लेकर हासिल की, जिससे केरल की टीम की पहली पारी महज़ 291 रन पर सिमट गई.
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 10 विकेट लेने वाले छठे भारतीय गेंदबाज़
अंशुल कंबोज फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एक पारी में सभी 10 विकेट लेने वाले छठे भारतीय गेंदबाज़ बन गए हैं. इसके साथ ही, वह रणजी ट्रॉफी के इतिहास में यह कारनामा करने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज़ बने हैं. इससे पहले अनिल कुंबले (1999), सुभाष गुप्ते (1954-55), और देबाशीष मोहंती (2000-01) इस उपलब्धि को हासिल कर चुके हैं। कंबोज अब इन दिग्गजों की सूची में शामिल हो गए हैं.
रणजी ट्रॉफी में 10 विकेट लेने वाले गेंदबाज़
कंबोज (Anshul Kamboj) की इस शानदार उपलब्धि के साथ, वह रणजी ट्रॉफी में एक पारी में 10 विकेट लेने वाले छठे गेंदबाज़ बन गए हैं. इससे पहले यह कारनामा बंगाल के प्रेमांसु चटर्जी (1956-57), राजस्थान के प्रदीप सुंदरम (1985-86), और असम के खिलाफ प्रेमांसु चटर्जी (10/20) द्वारा किया गया था.
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पारी में 10 विकेट लेने वाले प्रमुख भारतीय गेंदबाज़
प्रेमांसु चटर्जी – बंगाल बनाम असम (1956-57), 10/20
देबाशीष मोहंती – पूर्वी क्षेत्र बनाम दक्षिण क्षेत्र (2000-01), 10/46
अंशुल कंबोज – हरियाणा बनाम केरल (2024-25), 10/49
अनिल कुंबले – भारत बनाम पाकिस्तान (1999), 10/74
प्रदीप सुंदरम – राजस्थान बनाम विदर्भ (1985-86), 10/78
सुभाष गुप्ते – बॉम्बे बनाम पाकिस्तान (1954-55), 10/78
रणजी ट्रॉफी में 10 विकेट लेने वाले प्रमुख गेंदबाज़
प्रेमांसु चटर्जी – बंगाल बनाम असम (1956-57), 10/20
अंशुल कंबोज – हरियाणा बनाम केरल (2024-25), 10/49
प्रदीप सुंदरम – राजस्थान बनाम विदर्भ (1985-86), 10/78
अंशुल कंबोज की यह ऐतिहासिक उपलब्धि क्रिकेट की दुनिया में लंबे समय तक याद रखी जाएगी और उन्हें हमेशा एक महान गेंदबाज़ के तौर पर पहचाना जाएगा.
यह भी पढ़ें-सराय काले खां चौक को मिली नई पहचान, अब कहलाएगा बिरसा मुंडा चौक… केंद्र का फैसला