Jhansi Hospital News: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में शुक्रवार (15 नवंबर) की रात महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगी, जिसके कारण 10 बच्चों की मौत हो गई. इस खबर ने सभी को चौंका दिया है. बता दें कि यह पहला ऐसा मामला नहीं हैं जब किसी अस्पताल में आग की घटना सामने आई हो. पहले भी आग बच्चों को अपनी चपेट में ले चुकी है.
इससे पहले दिल्ली के विवेक विहार में बेबी केयर न्यूबॉर्न हॉस्पिटल में आग लगने से 7 नवजात बच्चों की मौत हो गई थी. इस मामले में कई लापरवाही भी देखने को मिली थी. यह हादसा इसी साल के मई महीने में हुआ था.
डॉक्टर नहीं थे क्वालिफाइड
बेबी केयर सेंटर में आग बुझाने के साधन मौजूद नहीं थे. सेंटर में अंदर आने और बाहर जाने की व्यवस्था भी सही नहीं थी और कोई इमरजेंसी एग्जिट तक नहीं था. वहीं BAMS डॉक्टरों की ड्यूटी लगी थी जो बच्चों की देखभाल करने के लिए क्वालिफाइड नहीं थे.
दिल्ली सरकार की ओर से बेबी केयर सेंटर के लिए जो लाइसेंस जारी किया गया था वो 31 मार्च 2024 को एक्सपायर हो चुका था. लाइसेंस एक्सपायर होने के बाद सिर्फ 5 बेट की परमिशन थी. लेकिन घटना के दौरान 12 बच्चे भर्ती थे.
महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में कैसे हुआ हादसा?
खबरों के मुताबिक, रात करीब 10 बजकर 45 मिनट के आस पास नवजात शिशु देखभाल इकाई (NICU) की एक यूनिट (Jhansi Hospital News) में शार्ट सर्किट होने के कारण आग लग गई. NICU में एक बाहर की यूनिट और एक अंदर की यूनिट होती है. जो बाहर की ओर बच्चे थे उनमें लगभग सभी सुरक्षित है, लेकिन अंदर की यूनिट में 10 बच्चों की मौत होने की सूचना मिली है. वहीं झुलसे हुए बच्चों का इलाज किया जा रहा है.
बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन?
आखिर बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन? आखिर किसकी लापरवाही से गई मासूमों की जान? इन सभी सवालों की जांच में प्रशासन लग चुकी है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने 12 घंटों के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है. रिपोर्ट सामने आने के बाद साफ हो जाएगा की इसका जिम्मेदार कौन है.
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