पाकिस्तानी सेना प्रमुख का सामने आया खालिस्तान प्रेम; भारत के खिलाफ उगला जहर!

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Pakistan army chief: अपनी धरती पर आतंकवादियों को पनाह देने वाला पाकिस्तान, खालिस्तानी मामले में अब भारत पर उंगली उठा रहा है. पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने खालिस्तानी विवाद में अपनी टांग घुसाते हुए ये अपने खालिस्तान प्रेम को जग जाहिर कर दिया है. हाल ही में इस्लामाबाद में आयोजित मॉर्गल्ला डायलॉग 2024 को संबोधित करते हुए मुनीर ने कहा है कि भारत की ‘हिंदुत्व विचारधारा’ के चलते ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं. इतना ही नहीं असीम मुनीर ने जम्मू और कश्मीर को लेकर भी भारत के खिलाफ पुराना पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा फैलाने की कोशिश की.

खालिस्तान विवाद में पाकिस्तान का दखल

पाकिस्तान ने कश्मीर में अपनी असफल नीतियों और आतंकवाद को बढ़ावा देने के तहत भारत पर आरोप लगाए. मुनीर ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का हवाला देते हुए भारत को कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका में खालिस्तान समर्थकों के लिए खतरा बताया है. भारत ने कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो के आरोपों को खारिज किया है, जबकि कनाडा अब तक कोई सबूत पेश नहीं कर सका है. मुनीर के बयान से पाकिस्तान का भारत-विरोधी एजेंडा और खालिस्तान प्रेम उजागर होता है. वहीं, भारत की ओर से पहले भी कई बार इस बात का जिक्र किया जा चुका है कि इस मामले में कनाडा अब तक कोई भी ठोस सबूत पेश नहीं कर सका है.

पाकिस्तान का भारत विरोधी एजेंडा?

पाकिस्तानी सेना प्रमुख के बयान पाकिस्तान के खालिस्तान प्रेम और भारत विरोधी एजेंडे को दर्शाते हैं. भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि खराब करने का यह प्रयास पाकिस्तान की कश्मीर और खालिस्तान नीतियों की असफलता को उजागर करता है.

आतंकवादियों की हत्या पर पाकिस्तान का डर

पाकिस्तान में पिछले कुछ वर्षों में 20 से अधिक भारत विरोधी आतंकियों की हत्या के मामले सामने आए हैं. असीम मुनीर ने भारत पर पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मारने का आरोप लगाया. हालांकि, भारत ने इन आरोपों को खारिज किया है और पाकिस्तान को अपने यहां आतंकवाद पर रोक लगाने की नसीहत दी है.

बता दें कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख द्वारा ऐसे बयान का मतलब है कि भारत की मजबूत विदेश नीति और आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बैकफुट पर ला दिया है. संयुक्त राष्ट्र में भी पाकिस्तान के आरोपों को समर्थन नहीं मिला है, जो भारत की बढ़ती ताकत का संकेत है.