नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के संभल में अदालत के आदेश पर हो रही ASI सर्वेक्षण को लेकर भड़की हिंसा पर विपक्ष और सत्ता पक्ष आमने-सामने है. विपक्षी पार्टियों ने हिंसा को लेकर आरोप लगाया यह घटना पहले से स्क्रिप्टेड थी. जिसपर भाजपा ने पलटवार किया है.
संभल हिंसा को लेकर यूपी सरकार पर हमला
बुधवार को कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने संभल में हुए बवाल और हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ प्रशासन पर हमला किया और दावा किया कि राज्य में पुलिस ‘सांप्रदायिक’ हो गई है और ‘भाजपा विंग’ की तरह काम कर रही है.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का स्पष्ट कहना है कि पुलिस का सांप्रदायिकरण हो गया है. जिस तरह से यूपी पुलिस भाजपा विंग की तरह काम कर रही है, वह किसी भी हालत में मंजूर नहीं है. वहीं समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि घटना में 5 निर्दोष लोगों की हत्या हुई है. लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसी चीजें नहीं होती हैं. सरकार ने ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. हमारा प्रतिनिधिमंडल कल वहां जाएगा और हम इस मुद्दे को उठाएंगे. अगर सरकार हमारी बात नहीं सुनती है, तो हमारे पास अदालत जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
भाजपा ने किया पलटवार
भाजपा सांसद एसपी सिंह बघेल ने संभल हिंसा को स्क्रिप्टेड बताने वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि ये चीजें कभी भी योजनाबद्ध या स्क्रिप्टेड नहीं होतीं. अगर कोर्ट ने सर्वेक्षण का आदेश नहीं दिया होता तो स्क्रिप्ट पूरी तरह से बेकार होती… मस्जिद के बाहर एक गैरकानूनी सभा हुई और भीड़ ने पुलिस पर जान से मारने की नीयत से हमला किया. कई चेतावनियाँ देने के बाद भी पुलिस ने आत्मरक्षा में कार्रवाई की. उन्होने कहा कि…हो सकता है कि पुलिस पर जान से मारने की नीयत से हमला हुआ हो, स्क्रिप्टेड तो ये भी हो सकती है
27 गिरफ्तारी और हिंसा मामले में 7 FIR
संभल में मुगलकालीन मस्जिद सर्वेक्षण को लेकर हुई हिंसा और हंगामे के बाद बुधवार को लगातार तीसरे दिन उत्तर प्रदेश के संभल में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. 24 नवंबर को सर्वेक्षण टीम पर पथराव के बाद घटना ने हिंसा में का रूप ले लिया जिसमें 4 लोगों की जान चली गई और अधिकारियों और स्थानीय लोगों सहित कई घायल हो गए.संभल के एसपी कृष्ण कुमार ने कहा कि मामले में अब तक 25 पुरुषों और 2 महिलाओं समेत 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और हिंसा के सिलसिले में 7 FIR दर्ज की गई हैं.