बादल फटने से प्रभावित इलाके का उपायुक्त और ASP ने लिया जायजा

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हिमाचल प्रदेश: इन दिनों हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से तबाही मची हुई है अभी तक हिमाचल में 70 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। लगातार प्रशासन और एनडीआरएफ के द्वारा रेस्क्यू और राहत-बचाव कार्य किया जा रहा है। मलबे में दबे लोगों को निकाला जा रहा है। मंडी जिले के पंडोह क्षेत्र के जागर, सांबल और सात मील में बादल फटने से भारी तबाही देखने को मिली है।

6 लोगों के शव लापता

बादल फटने के बाद मलबे में अभी भी 6 लोगों के शव लापता है जिनकी पानी के बहाव में आने से और मलबे में दबने से मौत होने की आशंका जताई जा रही है। इसी को लेकर गुरुवार को उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी और एएसपी मंडी सागर चंद्र ने अपनी टीम के साथ तीनों स्थानों का दौरा किया और मलबे में दबे लोगों के शवों को निकालने के लिए जल्द अभियान शुरू करने की बात कही। भारी बारिश के कारण काफी घरों में दरारें आ चुकी है। इसके चलते खतरे वाले घरों को खाली करवा दिया गया है और लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है।

लोगों को दी जा रही राहत राशि

ज्यादा नुकसान वाले लोगों को प्रशासन द्वारा राहत राशि भी दी गई है। जागर नाले से लेकर 7 मील तक रास्ता पूरी तरह से खराब हो चुका है। जगह-जगह लैंडस्लाइड हुआ हैं। इसी बीच में लगभग 200 ट्रक फंसे हुए है। इनके खाने के लिए भी स्थानीय लोगों द्वारा ही अलग-अलग स्थानों पर लंगर की व्यवस्था की गई है। वहीं स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय ठेकेदार द्वारा अपनी मशीनें लगाकर रास्ता खोलने का कार्य शुरू कर दिया गया है। प्रशासन द्वारा भी मौके पर राशन की व्यवस्था की गई और रास्ता खोलने के कार्य के लिए लगी मशीनों में डीजल भी दिया जा रहा है।

रिपोर्ट: नितेश सैनी

लेखक: विशाल राणा