मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के चेहरे पर सस्पेंस बरकरार!

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नई दिल्ली/डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भोपाल में एक रिपोर्ट कार्ड जारी किया है, जिसमें उन्होंने मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के कामकाज का मूल्यांकन किया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के 24 घोटालों की भी गिनती की, जिनका उल्लेख उन्होंने एक साथ किया। इसके साथ ही, उन्होंने अपनी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों को भी प्रस्तुत किया।

अमित शाह ने बढ़ाया सस्पेंस!

2023 में आगामी चुनावों की दिशा में, बीजेपी के चेहरों के संदर्भ में, अमित शाह ने सस्पेंस को बढ़ा दिया है। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि 2023 में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, तो उन्होंने जवाब दिया कि वर्तमान में मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान हैं और हम अभी चुनाव में है।

इसलिए पार्टी ही पार्टी का काम करेगी, आप हमारा काम क्यों करना चाहते हैं? इसलिए मोदी और शिवराज जी के नेतृत्व में जो भी विकास कार्य हुए है आप वो सब कुछ जनता तक पहुंचाने का काम करे और चुनाव विकास के एजेंडे पर सेंट्रेलाइज हो।

विशेष रूप से, पत्रकारों के सवालों के पहले, अमित शाह ने यह स्पष्ट कर दिया कि अगर घोटालों की सूची में नाम शामिल होना है तो उसमें मिस्टर बंटाधार और कमलनाथ के नाम शामिल होंगे। अगर हमे भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है तो मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर भरोसा बनाए रखे ।

इसके बाद, उन्होंने साफ़ी से जाहिर किया कि उनकी बात मध्यप्रदेश की स्थिति पर ही आधारित है। वह स्पष्ट रूप से यह दिखाना चाहते थे कि उनका उद्देश्य ख़ास तौर पर मध्यप्रदेश की विकास योजनाओं और कामकाज के प्रति है।

2018 विधानसभा चुनाव हार गए थे शिवराज सिंह चौहान

भले ही 2005 के बाद से लगातार शिवराज सिंह चौहान ही मुख्यमंत्री रहे हो, लेकिन बीजेपी 2018 के विधानसभा चुनाव इन्हीं के नेतृत्व में हारी थी। इसलिए इस बार बीजेपी चेहरे को लेकर खुलकर नहीं बोल रही है।

अमित शाह से पहले भी अन्य नेता यह कहते रहे हैं कि एमपी में कमल का फूल ही चेहरा होगा। ऐसे में नतीजे के बाद ही यह तय हो पाएगा कि एमपी में सीएम कौन बनेगा।

लेखक: करन शर्मा