जोधपुर। संजीवनी घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि संजीवनी घोटाले में ईडी जांच क्यों नहीं कर रही है. जब हर मामले में ईडी जांच करती है तो इस मामले में भी ईडी को जांच करनी चाहिए. ईडी अगर जांच करेगी तो आरोपियों की संपत्तियों को अटैच किया जा सकेगा.
बता दें कि जोधपुर के दो दिवसीय दौरे के बाद जयपुर के लिए रवाना होने से पहले सीएम गहलोत ने एक होटल में पत्रकारों से बात की. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा. सीएम ने कहा कि शेखावत को खुद सामने आकर संजीवनी घोटाले की जांच में सहयोग करना चाहिए और पीड़ितों को किस तरह से राहत मिल सके इसके लिए प्रदेश सरकार से बात करनी चाहिए.
वहीं हाईकोर्ट में सरकारी वकील द्वारा केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को आरोपी नहीं बताने को लेकर सीएम ने कहा कि ऐसा कैसे हुआ, यह उनके लिए भी एक रहस्य है. मीडिया से बातचीत में सीएम ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भी बात की.
उन्होंने कहा कि वे मिशन 2030 लेकर चल रहे हैं, इस बार के विधानसभा चुनाव में कई नए चेहरे देखने को मिलेंगे, हालांकि जब मुख्यमंत्री से यह है पूछा गया कि क्या मौजूदा विधायकों और मंत्रियों के बीच टिकट काटेंगे तो उन्होंने अपनी बात को संभालते हुए कहा कि विनेबिलिटी के आधार पर ही प्रत्याशी तय होगा. वह तो चाहते हैं कि सभी लोग वापस जीत कर आएं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सर्वे की रिपोर्ट्स आ रही है उन पर भी गौर किया जा रहा है. वहीं सरकार के प्रति एंटी इनकम पेंशन नहीं है, लेकिन विधायकों से लोग नाखुश हैं इसको लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब आरएसएस और बीजेपी की फैलाई हुई बातें हैं.