विपक्ष को सड़क में आने की जरूरत है घर में सोने से कम नहीं चलेगा- राकेश टिकैत

Published

मैनपुरी/उत्तर प्रदेश: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मैनपुरी पहुंचक मौजूदा सरकार से साथ-साथ विपक्षीय गठबंधन पर भी बात की। राकेश टिकैत ने मैनपुरी में मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “विपक्ष को मजबूत होना चाहिए अगर विपक्ष कमजोर होगा, तो तानाशाहों का जन्म होगा। इस सरकार में सबसे ज्यादा कब्जाधारी बीजेपी और संघ के लोग हैं। इनसे अपनी जमीने बचाओ”

2024 के चुनाव पर क्या कहा?

पत्रकारों द्वारा जब राकेश टिकैत से 2024 के आम चुनवों पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि जिसको इलेक्शन लड़ना है यह उनका चुनाव है। किसानों का इसमें क्या काम है। सरकार अगर कुछ ठीक करेगी, तो जनता उनके साथ चली जाएगी। अगर सरकार कुछ ठीक नहीं करेंगे, तो जनता दूसरी तरफ चली जाएगी।

वन नेशन वन इलेक्शन पर बोले राकेश टिकैत

वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर राकेश टिकट ने कहा कि वह राष्ट्रपति को ज्यादा पावर देंगे और जहां विपक्ष की सरकार होगी उसकी गिराएंगे। विपक्ष की 1 साल में सरकार गिर कर 4 साल राष्ट्रपति शासन लगाकर उस पर राज करेंगे।

G20 पर क्या बोले राकेश टिकैत

G20 को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि यह एक इंटरनेशनल प्रोग्राम है, जो कभी किसी देश में होता है, तो कभी किसी देश में। इस बार होस्ट भारत देश है, इससे दुनिया में बड़ा मैसेज जाता है, इसको लेकर हमारा कोई विरोध नहीं है।

INDIA से कहा घर में बैठने से काम नहीं चलेगा

विपक्षी गठबंधन INDIA को लेकर राकेश टिकट ने कहा कि गठबंधन को एक होकर लड़ना पड़ेगा। आंसू गैस का एक गोल चला नहीं अभी मुद्दे बहुत हैं मुद्दे केवल किसान संगठनों के ही नहीं और भी बहुत कुछ है। विपक्ष को सड़क में आने की जरूरत है। घर में सोने से कम नहीं चलेगा। इनको संघर्ष शुरू करना पड़ेगा। क्योंकि विपक्ष को मजबूत होना चाहिए। अगर विपक्ष कमजोर होगा, तो तानाशाहों का जन्म होगा।

केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि सबसे ज्यादा कब्जाधारी बीजेपी और संघ के लोग हैं। इनसे अपनी जमीने बचाओ। क्योंकि ये हर गांव में सरकारी जमीनों से लेकर सामाजिक जमीनों को हड़पने में लगे हैं। राकेश टिकैत नहीं रुके उन्होंने चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर कहा कि भारत सरकार हर संस्थानों पर अपना अधिकार करना चाहती है। चलते-चलते राकेश टिकैत इस बात का इसारा कर गए कि जल्द ही एमएसपी पर एक बार फिर बड़ा आंदोलन होगा।