विश्व का सबसे बड़ा डिजिटल पेन, स्कूलों में शिक्षक न होने पर भी बच्चों को पढ़ाता है ये पेन

Published

नाहन/हिमाचल प्रदेश: जहां आज अभिभावक सरकारी स्कूलों से किनारा कर निजी स्कूलों की ओर अपने बच्चों को पढ़ाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं तो वहीं एक निजी स्कूल के शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को आकर्षित करने के लिए अलग-अलग प्रयोग करते हुए जहां वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित कर चुके हैं।

जो अन्य शिक्षकों के लिए मिसाल बन गए हैं। हम बात कर रहे हैं नाहन विधानसभा क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टोकियों के प्रधानाचार्य संजीव अत्री की।

बना चुके हैं कई वर्ल्ड रिकॉर्ड

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टोकियों के प्रधानाचार्य डॉ संजीव अत्री ने सिनेमा, आधुनिकता, स्काउट एंड गाइड, नशे जैसी बुराई के प्रति लोगों को जागरूक करने समेत कई अन्य क्षेत्रों में वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित कर चुके हैं।

शिक्षक संजीव अत्री को इसके लिए कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं। नाहन में मीडिया से बातचीत करते हुए संजीव अत्री ने बताया कि, उन्हें शिक्षा विभाग में कार्यरत 33 वर्ष हो चुके हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के 30 वर्ष ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण बच्चों के विकास के लिए कार्य किया है।

उन्होंने बताया कि, चिल्ड्रन साइंस में उन्होंने विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया। सिनेमा को शिक्षा के साथ जोड़ने का एक अभिनव प्रयोग उन्होंने किया है।

जिसमें उन्होंने शैक्षणिक फिल्में बनाकर पांच बार विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव में प्रतिभागिता का अवसर प्रदान करवाया।

उन्होंने बच्चों के माध्यम से फिल्में बनाकर एक बार अंतर्राष्ट्रीय व एक राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार भी प्राप्त किया है। उनके निर्देशन में स्काउट एंड गाइड में 14 बच्चों ने राष्ट्रपति पुरस्कार, जबकि 36 बच्चों ने राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त किया है।

बनाया दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल पेन

उन्होंने बताया कि, शैक्षणिक अभिनव प्रयोग वह लगातार करते रहते हैं। जिसके तहत उन्होंने 108 घंटे लगातार पढ़ाने का 16 छात्रों के साथ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया।

हाल ही में उन्होंने एक 20 फीट लंबा विश्व का सबसे बड़ा डिजिटल पेन बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किया है। यह पेन शिक्षक की अनुपस्थिति में भी स्कूल में बच्चों को पढ़ाता है।

पैन के माध्यम से बच्चे किसी भी शिक्षक की आवाज में किसी भी विषय की शिक्षा ले सकते हैं। इसके अलावा यह डिजिटल पेन स्कूल की पहरेदारी भी करता है, जिसमें सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

रिपोर्ट- धन गुरु रामदास

नाहन, हिमाचल प्रदेश