संविधान भी करता है सनातन का सम्मान, सनातन को लेकर आमने-सामने BJP और DMK

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रविशंकर प्रसाद, उदयनिधि स्टालि, गिरिराज सिंह
रविशंकर प्रसाद, उदयनिधि स्टालि, गिरिराज सिंह

दिल्ली: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि के सनातन वाले विवादित बयान पर राजनीति का बाजार गर्म है। BJP इसे लेकर DMK के साथ INDIA Alliance पर भी लगातार हमलावर है। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद से लेकर गिरिराज सिंह ने भी कांग्रेस और डीएमके पर निशाना साधा है। साथ ही सनातन धर्म पर की गई अमर्यादित टिप्पणी को लेकर इंडिया गठबंधन से बयान जारी करने को कहा है। बीजेपी ने कहा कि अब कांग्रे को चुप्पी तोड़नी होगी। इतने दिन बीत जाने के बाद भी इनके तरफ से कोई सफाई नहीं दी गई।

संविधान में भी है सनातन का सम्मान

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, कि सनातन को ब्रिटिश हुकूमत और मुगल शासक तो समाप्त नहीं कर पाए। ये लोग क्या करेंगे? साथ ही उन्होंने कहा कि आश्चर्य इस बात का है कि कांग्रेस भी उसी स्वर में बात करती है। मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र भी सवाल उठा रहे हैं। इसके अलावा कर्नाटक के गृहमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि कर्नाटक के मंत्री जी. परमेश्वर सवाल करते हैं कि सनातन कहां से आया? मैं उनसे सवाल पूछता हूं कि आपका नाम परमेश्वर किसने रखा? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमारे संविधान के मूल प्रतिलिपी में भी भगवान राम, कृष्ण और कई देवताओं की फोटो है। उस पर डॉ. अम्बेडकर और नेहरु के हस्ताक्षर भी हैं। संविधान भी सनातन का सम्मान करता है।

जनता लेगी पाई-पाई का हिसाब

केंद्रिय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी उदयनिधि के बयान पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि विपक्ष अभी भी खामोश है। कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। अब इन्हें चुप्पी तोड़नी होगी। देश की जनता इनसे पाई-पाई का हिसाब लेगी।

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