नई दिल्ली/डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पुरानी संसद में अपने आखिरी भाषण में देश के 75 साल के इतिहास की चर्चा की और पंडित नेहरू के बारे में भी बात की। उन्होंने सदन के माध्यम से देश को दिशा देने और सफलता प्राप्त करने के लिए सभी प्रधानमंत्रियों को सराहा, जिन्होंने इस सदन का नेतृत्व किया।
पंडित नेहरू की तारीफ के लिए हुए विवश
पीएम मोदी ने बताया कि पंडित नेहरू की प्रारंभिक मंत्रिपरिषद में बाबा साहेब आंबेडकर भी मंत्री थे और उन्होंने दुनिया की बेस्ट प्रैक्टिसेज भारत में लाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने इंडस्ट्री पॉलिसीज को अंतरराष्ट्रीय सुझावों के साथ लागू किया, जिसका परिणाम आज भी देश को लाभ दे रहा है। पंडित नेहरू ने बाबा साहेब की सोच को मानकर भारत में सामाजिक न्याय के लिए भारत का औद्योगीकरण किया और इंडस्ट्री पॉलिसीज को प्राथमिकता दी।
अटल बिहारी वाजपेयी को भी किया याद
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी ने सदन में एक बार कहा था कि सरकारें आएंगी और जाएंगी, पार्टियां बनेंगी और बिगड़ेंगी, लेकिन ये देश रहना चाहिए। मोदी ने विशेष रूप से महिला सांसदों की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और बताया कि महिला सांसदों का प्रतिनिधित्व बढ़ रहा है।
उन्होंने संसद भवन को अलविदा कहकर इसका महत्व बताया और कहा कि यह भवन देशवासियों के प्रतिष्ठानपूर्ण मेहनत और संघर्ष का परिणाम है। अंत में, प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता की सराहना की और यह बताया कि इसकी सफलता पूरे देश की सफलता है।
इस तरह, प्रधानमंत्री ने अपने आखिरी संसद भवन में भाषण में विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की और सभी प्रधानमंत्रियों को सराहा, जिन्होंने इस सदन के माध्यम से देश को नए दिशाओं में ले जाने के लिए कठिन परिश्रम किया है।
लेखक: करन शर्मा